पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१४१

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141 रक्त अथवा वीर्य नहीं मिला है। इस सम्बन्ध में पी0डब्लू0 - 17 रामा देवी का कथन है कि पीडिता का इलाज शुरू हुआ तथा दो-तीन दिन बाद पीडिता ने लेटे-लेटे अपने कपड़ों पर लैट्रीन कर ली थी तथा नर्स के कहने पर मैंने उसके अण्डरवियर सलवार धो दिये तथा सतेन्द्र से कहकर 04 हगीज ( डायपर) मंगवा लिये और पीडिता को हगीज ( डायपर) पहनाकर चद्दर उड़ा दिया। पीडिता के कपडे अस्पताल वालों ने जॉच के लिये रख लिये थे परन्तु किसी भी डाक्टर, नर्स या जे०एन०एम०सी० के किसी अन्य कर्मचारी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि पीडिता के कपडे जाँच होने से पहले धो दिये गये हों बल्कि इसके विपरीत एम0आई0एम०बी० टीम के चेयरमैन प्रो० डा० आदर्श कुमार ने अपनी प्रतिपरीक्षा में इस सम्बन्ध में यह कथन किया है कि एम०आई०एम०बी० की टीम ने दिनांक 06.11.2020 को दोपहर 12:00 बजे पीडिता की मॉ रामा देवी को विमर्श हेतु बुलाया था और उसने यह बताया कि पीडिता घटना के समय जो कपडे पहने हुये थी, वह कपडे पीडिता के शरीर पर पहनाये थे तथा वह कपडे दिनांक 22.09.2020 तक बदले नहीं गये एवं अन्तिम बार उन कपडों को दिनांक 22.09.2020 को ही डाक्टर्स द्वारा जे०एन०एम०सी० में लिया गया था। पीडिता की मॉ रामा देवी पी0डब्लू0 – 17 ने एम०आई०एम०बी० की टीम के समक्ष पीडिता के कपडे धोये जाने का कथन नहीं किया है। अतः पी0डब्लू0 - 17 रामा देवी का यह कथन कि नर्स के कहने पर उसने, पीडिता के कपडे धो दिये थे, विश्वसनीय नहीं है। पत्रावली के अवलोकन से यह भी विदित है कि पीडिता की मॉ पी0डब्लू0–17 रामा देवी ने अपनी मुख्य परीक्षा में यह कथन किया है कि मेरी देवरानी का लडका पुतकन्ना, पीडिता के लिये पानी लेकर आया था, जिनमें लवकुश भी था । पीडिता के लिये पानी लाये होंगे इस समय मुझे ध्यान नहीं है। लाये गये पानी में से कुछ पानी पीडिता को पिलाया गया तथा कुछ उसके मुँह पर छिड़क कर उसको होश में लाया गया। सतेन्द्र ने पीडिता के सिर को अपनी गोद में लेकर पानी पिलाते हुये पूछा कि बहन क्या हुआ तो पीडिता ने सिर्फ यह बोला कि गुड्डू का लडका सन्दीप, यह कहकर वह बेहोश हो गयी। जबकि प्रतिपरीक्षा में इस साक्षी का कथन है कि मैंने, सी०बी०आई० विवेचक को अपने बयानों में यह बताया था कि लवकुश एक पन्नी में पानी भरकर ले आया था। मैंने वह पानी पीडिता के मुँह पर भी डाला था तथा उसके मुँह में भी डालकर उसे पिलाया था। इस सम्बन्ध में पी0डब्लू० – 1 सतेन्द्र का कथन है कि पीडिता मौके पर बेहोश थी, जब उसके चेहरे पर पानी डाला गया तो वह होश में आ