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मेरी बहन की आवाज ही नहीं निकल पायी, जिसका फायदा उठाकर उक्त लोगों ने मेरी बहन के साथ जबरन सामूहिक बलात्कार कर डाला तथा अपनी पहचान छुपाने के उद्देश्य से मेरी बहन को जान से मारने की कोशिश की, जिसमें मेरी बहन की गर्दन की हड्डी में फैक्चर आ गया, रीढ़ की हड्डी फैक्चर है तथा जीभ को काटा है, पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं जिससे मेरी बहन बेहोश हो गयी और वे लोग मेरी बहन को मरा समझकर, बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गये। उक्त घटना छोटू पुत्र ओम प्रकाश के खेत पर हुई थी, उक्त छोटू ने ही प्रार्थी के घर आकर उक्त घटना के बारे में अवगत कराया और कहा कि आपके घर की लड़की मेरे खेत में निर्वस्त्र, आपत्तिजनक स्थिति में, अतिगम्भीर बेहोशी की अवस्था में पड़ी हुई है। सुनते ही प्रार्थी व अन्य परिवारीजन भागे-भागे उक्त छोटू के खेत पर पहुंचे तथा वहाँ से अपनी बहन को बेहोशी की हालत में लम्बी-लम्बी सांस लेते हुये पाया तुरन्त ही हम थाना चन्दपा गये, वहाँ पुलिस वालों ने लड़की की गम्भीर हालत को देखते हुये बागला हास्पीटल ले जाने को कहा, जल्दबाजी एवं घबराहट में मेरे द्वारा मैंने अपना शिकायती पत्र ठीक से नहीं दे पाया था, तथा उस समय मुझे घटना की पूर्ण जानकारी भी नहीं हो पायी थी। उसके बाद दो पुलिस वाले महिला कांस्टेबल सहित बागला जिला हास्पीटल ले गये, जहाँ सी॰एम॰ओ॰ द्वारा लड़की की जाँच की गयी तथा उसकी स्थिति अत्यधिक खराब होने के कारण अलीगढ़ मेडिकल के लिये रेफर कर दिया गया। आज भी मेरी बहन की हालत यथावत बनी हुई है, उसकी स्थिति काफी नाजुक है, तथा आई॰सी॰यू॰ में अपनी जिन्दगी और मौत से जूझ रही है। उक्त लोगों द्वारा प्रार्थी व उसके परिवार पुलिस कार्यवाही करने पर जान से मारने की धमकी एवं गाँव से भगाने की धमकी दी जा रही है। मेरे परिवार के साथ पूर्व में भी उक्त लोगों के परिवारीजनों के द्वारा मेरे दादाजी बाबूलाल पुत्र कुँवरसेनजी जिनके द्वारा रवि पुत्र अतर सिंह, गुड्डू पुत्र जगवीर निवासी बूलगढ़ी थाना चन्दपा जो कि मेरी पैतृक कृषि भूमि में अपनी भैंस जबरन चरा रहे थे जिसका विरोध मेरे दादाजी ने किया तो उन लोगों ने मेरे दादाजी से ढे़डा भंगी, नीच, सूद्र जैसे जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुये व अश्लील गालियां देते हुये धारदार दरांती से प्राण घातक वार किया जिससे मेरे दादाजी के हाथ की उंगलियां कट गयी थी। जिसकी रिपोर्ट थाना चन्दपा में दी गयी थी और बतौर सजा के तौर पर उक्त लोग तीन माह के कारावास में जेल काट चुके हैं। उक्त लोग सवर्ण जाति के दबंग, आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं, जो हमको नीची जाति समझकर आये दिन