पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/३८

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संख्या 8अ / 163एस. पी. हाथरस श्री विक्रान्तवीर के हस्ताक्षरों की शिनाख्त करता हूँ, जिन्हें आज सी-बिन्दु से चिन्हित किया गया। मैं उनके साथ काम कर चुका हूँ इसके लिए उनके हस्ताक्षरों की शिनाख्त करता हूँ। दिनाँक 21.09.2020 को विवेचना ग्रहण के उपरान्त मैं पीड़िता से पूछताछ के लिए अस्पताल गया तो उसके परिवारजनों ने बताया की उसकी तबियत सही नहीं है व बयान देने की स्थिति में नही है तो मैने मौजूद डॉक्टर साहब से पीड़िता के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि स्पाईनल कोर्ड में दिक्कत है तथा चोट की वजह से शरीर के अपर लिम्ब और लोवर लिम्ब में संवेदनशीलता कम हो रही है। अस्पताल में पीड़िता के साथ उसके पिताजी, माता जी और उसका भाई संदीप मौजूद था । उसी दिन दौरान विवेचना मैं, पीड़िता के निवास उसके गाँव गया तो वहाँ उसका भाई सत्येन्द्र मिला उससे, मैंने पीड़िता के फोटो, एकाउन्ट डिटैल, आधार कार्ड व जाति प्रमाणपत्र माँगे और उसे बताया कि यह सब उपलब्ध कराये जिससे मुआवजे की कार्यवाही की जा सके। सत्येन्द्र ने साथ घटनास्थल एवं उसकी माताजी, उसकी बहन और उसके द्वारा घास काटने वाली जगह दिखाई तथा वह बाजरे का खेत भी दिखाया जहाँ पीड़िता के साथ दिनाँक 14.09.2020 को घटना होना बताया गया । उस दिन शाम होने के कारण नक्शा नही बनाया गया तथा पीड़िता की माँ के उपलब्ध होने के एक-दो दिन बाद नक्शा बनाया गया शायद 23.09.2020 को बनाया गया। दिनांक 21.09.2020 को ही मुझे हमारे एस.पी. श्री विक्रान्तवीर जी ने मुझे कहा था कि पीड़िता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस सम्बन्ध में उसका मजीद बयान ले लेना । इसके उपरान्त दिनाँक 22.09.2020 को मैंने पीड़िता के पास अस्पताल जाकर अस्पताल जाने का कार्यक्रम बनाया इस पर मैंने अपने अधीनस्थ थाना चन्दपा को महिला पुलिस कर्मी को JNMC अलीगढ़ मे पीड़िता के पास उपलब्ध रहने को कहा। मेरे अस्पताल पहुंचने पर वहाँ महिला हेड कान्स्टेबल सरला अन्य स्टाफ के साथ मौजूद पायी । प्रारम्भिक डॉक्टरों और पीड़िता के परिवार वालों से औपचारिक बातचीत करने के बाद उनके द्वारा स्थिति बयान देने लायक बताने पर पीड़िता का बयान दर्ज किया गया। मेरी उपस्थिति में व निर्देश पर महिला हेड कान्स्टेबल सरला ने पीड़िता से उसके साथ हुई घटना के सम्बन्ध में अस्पताल में उसके बेड के पास जाकर उसका बयान दर्ज किया, लड़की की मान-मर्यादा की स्थिति को देखते हुये मैं कुछ दूरी पर खड़ा रहा। उसी दौरान बयान लिखने से पहले पीड़िता के बयान के सम्बन्ध में पूछताछ का वीडियों बनाया गया था तथा वीडियों को देख करके उसका