पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/४५

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45 हाथरस के थाना चन्दपा में चल रही है। दिनाँक 14.09.2020 मै 08.00 बजे ड्यूटी पर थाने आ गयी थी तथा 9.30 बजे लगभग थाने से मुझे बुलाया और बताया कि मुझे एक महिला जिसका नाम को लेकर के साथ जिला अस्पताल बागला जाने को कहा गया। मेरे साथ उस दिन होमगार्ड शिव कुमार गये थे जो थाने से मजरूबी चिट्टी लेकर आये थे। पीड़िता को टैम्पों को बीच वाली सीट पर लिटाया था तथा उसकी माँ साथ थी तथा एक तरफ मै तथा एक तरफ लड़की की बहन बैठी हुई थी जो पुछने पर पता लगा कि वह लड़की की बहन है। देखने पर पता लग रहा था कि पीड़िता के गले पर चोट लगी है और लाईन जैसा निशान है। लड़की होश मे थी तथा धीरे-धीरे बोल भी रही थी। मैने उसकी माँ से पीड़िता के विषय मे पुछा तो उसने बताया कि मैं घास काटने गयी थी व लड़की घास उठाने गयी थी तो वहाँ गाँव का लड़का सन्दीप आया जिससे हमारी पुरानी रंजिश थी और उसने पीड़िता को मारा। थाने से चन्दपा थाने पहुचने में लगभग 25-30 मिनट लगे होगें मैने लड़की की माँ से लड़की के साथ किसी भी प्रकार का छेड़खानी वगैरह तो नही हुई है तो उसने जबाब में बताया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। अस्पताल में पहुचकर पीड़िता के परिवार वालो ने स्ट्रेचर पर लिटाकर इमरजेन्सी बेड पर लिटा दिया था इस दौरान मौजूद डॉक्टर साहब ने ग्लूकोज की डीप लगवा दी थी। उस दौरान एक पत्रकार अपने फोन पर रिकार्डिंग करते हुये पीड़िता से बात कर रहा था जिसका पीड़िता जबाब दे रही थी थोड़ी देर के बाद डॉक्टर साहब ने कहा कि वह पीड़िता को अलीगढ़ रैफर कर रहे है। पीड़िता के परिवार वालो द्वारा इलाज स्वयं करवाने एवं रैफर पर पीड़िता को स्वयं अलीगढ़ ले जाने की बात पर हमने थाने में इन्स्पेक्टर दिनेश वर्मा जी से फोन पर बात करके पीड़िता के परिवारवालों को सूचित करके हम वापस आ गये थे। पी0डब्लू0 – 10 नेहा, महिला आरक्षी ने अपनी प्रतिपरीक्षा में मुख्य रूप से यह कथन किया है कि मैंने अपने बयान में सी०बी०आई० विवेचक को यह भी बताया था कि रास्ते में न तो लडकी ने और न ही लडकी की मॉ ने बलात्कार होने की बात बतायी थी। मैंने, सी0बी0आई0 विवेचक को यह भी अपने बयान में बताया था कि मैंने रास्ते में उसकी माँ से पूछा था कि लडकी के साथ कोई ऐसी-वैसी बात तो नहीं हुई है। इस पर लडकी की मॉ ने मना कर दिया था । जिस समय मैंने लडकी की मॉ से यह पूछा था उस समय पीडिता भी उसके पास लेटी हुई थी। पीडिता को मैंने थाने से ऑटो द्वारा अस्पताल ले जाते हुये देखा था, उसकी स्थिति तथा कपड़ों की स्थिति से यह प्रतीत नहीं