पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/९५

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95 चौधरी के हस्ताक्षरों को 'एफ' बिन्दु से चिन्हित किया गया। हम सभी टीम के सदस्यों ने एक-दूसरे की मौजूदगी में हस्ताक्षर किये थे। डी. - 65 कागज संख्या 693/12 ता 693 / 21 पर आज प्रदर्श क – 51 डाला गया । पी0डब्लू0–33 प्रोफेसर डा० आदर्श कुमार ने अपनी प्रतिपरीक्षा में मुख्य रूप से यह कथन किया है कि यह सही है कि मैंने या मेरी टीम ने न तो कभी पीडिता को देखा और न ही उसका मेडिको लीगल किया, न ही पी0एम0आर0 किया। मात्र सम्बन्धित प्रपत्रों और सम्बन्धित व्यक्तियों के विचार विमर्श के आधार पर मैंने अपनी राय व्यक्त की। यह भी सही है कि मैंने पूर्व में पीडिता का मेडिको लीगल करने वाले डाक्टर, नर्स टक्निशियन्स एवं मेडिकल स्टॉफ के अलावा पीडिता की माँ तथा सर्वप्रथम घटनास्थल पर पहुंचने वाले विकान्त उर्फ छोटू से विचार विमर्श किया । यह सही है कि डा० रमेश बाबू चिकित्साधिकारी बागला जिला चिकित्सालय हाथरस द्वारा पीडिता का मेडिको लीगल नहीं किया गया था एवं मात्र रेफर किया गया था। मैंने पीडिता की रेफर स्लिप देखी थी । पीडिता की रेफर स्लिप पर यह अंकित नहीं है कि पीडिता बोलने की स्थिति में नहीं है। मैंने सी०बी०आई० द्वारा दिये गये बागला हास्पीटल के 03 विडियोंज देखे थे। इन विडियों में पीडिता बोल रही थी। यह सही है कि जे०एन०एम०सी० के रिकार्ड के अनुसार दिनांक 14.09.2020 को पीडिता परीक्षण के समय होश में थी और समय, स्थान व व्यक्ति के बारे में सचेत थी और उसके कान, नाक व मुँह से किसी भी प्रकार का खून का श्राव नहीं था । यह भी सही है कि पीड़िता को उसके पिता द्वारा मात्र गला घोंटने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था। मैंने अपने अलीगढ दौरे के दौरान डा० एम०एफ० हुदा से विचार विमर्श हुआ था तथा मैंने पीडिता के सारे मेडिकल पेपर्स भी देखे थे एवं परिशीलन किया था। मैंने पीडिता का इन्टरनल रेफरल जो ई0एन0टी0 व एफ0एम०टी० को भी देखा था, जिसमें केवल पीडिता के गला घोंटने की शिकायत थी और आँखों के डाक्टर की जॉच आख्या रिपोर्ट में यह अंकित है कि पीडिता को गला घोंटने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था। उस समय पीडिता होश में थी। मैंने पीडिता की स्त्री रोग विशेषज्ञ की रिपोर्ट भी देखी थी। डा० भूमिका शर्मा की रिपोर्ट भी देखी थी। रिपोर्ट के अनुसार प्राईवेट पार्ट पर कोई भी फ्रेश इंजरी नहीं थी, न ही कोई हिल्ड इंजरी अंकित की है। सेक्सुअल असाल्ट फारेनसिक इग्जामिनेशन रिपोर्ट दिनांकित 22.09.2020 में यह अंकित है कि “Patient did not gave any history of sexual assault at the time of admission to the Hospital. She told about incidence first time on