पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/९७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

97

46. 97 mother and brother first time, when he saw the deceased, she was fully clothed and there was dupatta around her neck. However, he did not know the colour of the dupatta which she was wearing at that time.” एम0आई0एम0बी0 की टीम ने मृतका की मृत्यु के सम्बन्ध में यह निश्चित मत दिया है कि सामान्यतः स्टैंगुलेशन के दौरान पीडिता की मृत्यु कुछ ही मिनटों में हो जाती है क्योंकि श्वास नली और गले की धमनियां और शिराओं के ऊपर लगातार दबाव पडता है लेकिन इस केस में जो उसकी गर्दन में जबरदस्त झटका लगने से उसकी सर्वाइकल में फैक्चर तत्पश्चात होने वाली विविधताओं से हुई है, जो कि काफी विलम्ब से हुई है। साक्षी पी0डब्लू0 - 34 विवेक श्रीवास्तव, निरीक्षक, सी०बी०आई० एस०सी०बी० लखनऊ ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि इस प्रकरण में सी0बी0आई0 विवेचक द्वारा मुझे बतौर सहायक विवेचक जो काम सौंपा गया था वह मैंने करके उनको हस्तगत किया था। दौरान विवेचना मैंने प्रकरण से सम्बन्धित कुछ गवाहों के बयान अन्तर्गत धारा 161 दं०प्र०सं० दर्ज किये थे, जिनमें मुख्यतः पीडिता के भाई सन्दीप, चन्दपा थाने के तत्कालीन एस०एच०ओ० डी०के० वर्मा, कां० रश्मि, सी०ओ० रामशब्द, जिन्होंने इस प्रकरण की सी0बी0आई0 को जॉच मिलने से पूर्व विवेचना की थी। इसके अलावा मैंने अन्य लोगों के बयान भी अंकित किये थे। दौरान विवेचना मैंने मुख्य विवेचक के आदेशानुसार प्रकरण से सम्बन्धित माल मुकदमा एवं दस्तावेजों को सीजर मेमो के द्वारा सीज किया था । पत्रावली पर मौजूद डी - 34 सीजर मेमो कागज संख्या 393 के द्वारा मैंने सीजर मेमों में वर्णित दस्तावेज व फाईल पुलिस कां० मुनेश कुमार से प्राप्त किये थे। सीजर मेमो पर अपने हस्ताक्षर की शिनाख्त करता हूँ, जिन्हें आज 'A' बिन्दु से चिन्हित किया गया । इस सीजर मेमो पर आज प्रदर्श क – 52 डाला गया। पत्रावली पर मौजूद डी-51 सीजर मेमो कागज संख्या 56अ के द्वारा मैंने सीजर मेमों में वर्णित दस्तावेज एस०आई० नरेन्द्र सिंह से गवाह भूरी सिंह की मौजूदगी में प्राप्त किया था। सीजर मेमो पर अपने हस्ताक्षर क शिनाख्त करता हूँ, जिन्हें आज 'A' बिन्दु से चिन्हित किया गया । इस सीजर मेमो पर आज प्रदर्श क – 53 डाला गया। पत्रावली पर मौजूद डी-7 सीजर मेमो कागज संख्या 181अ के द्वारा मैंने सीजर मेमों में वर्णित मोबाईल फोन को सीज किया था। मोबाईल फोन तत्कालीन एस०एच०ओ० डी०के० वर्मा थाना चन्दपा से गवाह सचिन वर्मा की मौजूदगी में प्राप्त किया था। सीजर मेमो में फोन के पैटर्न लॉक की आकृति एवं फोन को सील करने वाली मोहर की नमूना मोहर लगी