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वक्तव्य

'हिन्दू धर्म' का यह द्वितीय संस्करण पाठकों के सम्मुख रखते हमें बड़ी प्रसन्नता होती है। प्रस्तुत पुस्तक में श्री स्वामी विवेकानन्द द्वारा भारत तथा विदेश में हिन्दू धर्म पर दिये गये भाषणों का संकलन है। उन्होंने अपने इन भाषणों में हिन्दू धर्म के भिन्न भिन्न अंगों पर प्रकाश डाला है तथा उनका सूक्ष्म रूप से विश्लेषण किया है जिससे इस महान प्राचीन धर्म की पूर्ण जानकारी हमें प्राप्त हो जाती है। जो हिन्दू-धर्म-प्रेमी हैं तथा जो इस धर्म के मूलभूत सिद्धान्तों को जानने के इच्छुक हैं उन्हें इस पुस्तक से बहुत ही लाभ होगा।

यह अनुवाद हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक पं. द्वारकानाथ जी तिवारी, बी. ए., एल. एल. बी., दुर्ग, म. प्र. ने करके दिया है। इस बहुमूल्य कार्य के लिए हम श्री द्वारकानाथ जी के परम कृतज्ञ हैं। उनका यह अनुवाद भाषा तथा भाव दोनों ही की दृष्टि से सच्चा रहा है।

डॉ. पं. विद्याभास्कर जी शुक्ल, एम. एस. सी., पी.एच. डी., प्रोफेसर, कॉलेज ऑफ साइन्स, नागपुर, को भी हम हार्दिक धन्यवाद देते हैं जिन्होंने इस पुस्तक के प्रुफ-संशोधन आदि कार्य में हमें बड़ी सहायता दी है।

हमें विश्वास है कि श्री स्वामीजी के इन स्फूर्तिदायक भाषणों से हिन्दी जनता का विशेष हित होगा।

नागपुर, ता. १-६-१९५०
प्रकाशक