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कबंध नाचने लगे । सात सामंतों ने शाह का मार्ग ( खाई सदृश ) रोक बन कर रोका और दोनों सेनाथे अपने सामने टट्टी अड़ी देख कर अलग हो गई। | शब्दार्थ--रू० ६४---बाल = शब्द । बुच्चै = खच्च खच्च-अस्त्र द्वारा मांस कटते समय की आवाज़ । वनं =घना, अधिक । स्वामित्वामी (श्चीराज) । जंपे मन=सन में जपने लगे की प्रार्थना करने लगे या मन में कने लगे । महंमद; साहस । सिंह मई मनं-मन में सिंह का सा साहस भर गया । छह == ममता । छह मोह = माया मोह । घिनं<क्षीण कम हो गया । दांन छुटटे ननं = खूब दान दिये गये ---युद्ध के अवसर पर शकुन के लिए तथा देवताओं को प्रसन्न करने के लिये ब्राह्मणों को दान दिये जाने के बर्णन मिलते हैं । == राजा ( पृथ्वीराज ) ? धम<धर्म । सातुक्कनं<सात्विक । भ्रम सक्किन= सात्विक धर्म पर दृष्टि रखी गई अर्थात् योद्धाशों ने सात्विक धर्म १-युद्ध में विपक्षी के कमर से नीचे वार न करना अदि-) निबाहा ! बाहं = बाँह, भुजायें। सेछ बाहं बिनं = म्लेच्छ हाथ रहित हो गये अर्थात् उनके हाथ काट दिये गये । म्लेच्छ बाहन (=सवारी) रहित कर दिये गये-ह्योनले । रत कंधे ननं कंधे से अत्यधिक रक्त बहने लगा; [अनेक गरदनें रक्त से लाल हो गईं---झोर्नले । ढलढाल । जा=जिसकी । डोहनं=गिर गई। जीव=प्राण ।। ता=उसका । हनं मारना । संधनं–संधानना ( =बाण को धनुष पर चढ़ाना )। पत्रिपक्षीं । बंधनं= जाल; बँधे हुए। सेतं<श्वेत=सफेद। पीत रत्तं-पीला अौर लाल } फौज फट्टी पुनं=फौज फट गई; -हाथियों के क्रोधपूर्वक दौड़ने से सेना में भगदड़ मच गई] । उपभे (उभे)=उपश्थित । सुर उपभे धनंजूर घने उपस्थित हुए' अर्थात् योधागण झंडों में खड़े हो गये । लेहु लेहु करी=(करि=) हाथियों को लो ल (पकड़ो पकड़), बि-जोल करने लगे। लोह का शरी= शत्रु ने तलवारें खींच ल या शत्रु के विपक्ष में तलवारें खिंच गई। कन्ह पृथ्वीराज के चाचा । कन्ह जो संभरी ! पाई मंडै फि’-कन्ह अपना धनुष सम्हाले हुए पैर अस्थिर करने लगे अर्थात् इधर उधर दौड़ने लगे । जा< सं० ज्या=प्रत्यंचा { हक्के-चिल्लामा । नेन<नयन= नेत्र । रन्तु वरी= रक्लव होना । खंडवाँडा=सीधी दुधारी तलवार [ दे• Plate No. III]। सा= समान । बीर सा बोलियं = वे वीरों के समान बोलने लगे । वीर बज्जे धुरं == वीर क्रूरता पूर्वक लड़ने लगे । दति कटटे छुरं हाथियों को छूरों (=तलवारों) से काट दिया । झोर संकोरिय==इधर उधर से वार करके । विष्फौरियं-फोड़नर । फौज़ विप्फौरियं-फौज को छितरा दिया | रुद्ध परे=अवरुद्ध हो गये । अगर