पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१०

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परमेश्वर की स्तुति । ४ धन है परमेश्वर तुम्हारे वह घर का बरदाई स्वर्ग पर से बी सी कृपा पर कृपा बरसाई भलियो मत प्रभु को सामर्थ्य की गत ग्रीत तुम पर कितनी दिखाई ॥ ५ धन है परमेश्वर सब मिलके गुन प्रभु का गायो सब जिन को सांस है हमारे संग भजन सुनाओ वह है जगमल मनुया उसे मत भल गाकं अस्तुत कही आमीन । - २ दूसरा गीत। 8,7s. १ हे परमेश्वर रक्षक मेरे तेरा प्रेम मैं जानता हूं पाया करता हूं दान तेरे तेरा धन मैं मानता हूं। ३ भाजन बस्त्र त ने दिया। दिया सब कुछ दीनदयाल रक्षण मेरा त ने क्रिया सदा रक्षण कर रखवाल ॥ -