पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१२

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8 परमेश्वर की स्तुति । है जो जो उन्हें बनाते हैं या पूजते या पुजवाते हैं सा बुत को मानिन्द हैं जुरूर हकीर बे अकल बे शअर ॥ पर ऐ खुदा के ख़ादिमा तुम मानो सिरफ यहोवाह को कलीसिया भर शागिर्द उस्ताद कहे उस को मुबारकबाद ॥ ५ L. M. 8 चौथा गीत । १ खुदावन्द को ये मेरी जान तू कह मुबारकबाद हर मान जो मुझ में है सो कहे शाद नाम उस का हो मुबारकबाद ॥ २ खुदावन्द को से मेरी जान तू कह मुबारकबाद हर आन त उस को निमसे न भूल शुकराने में अब हो मशगूल ३ मसीह की खातिर से अल्लाह माफ करता तेरे सब गुनाह और बीमारी से तमाम वह तुझे देता है पाराम ॥ दुःख