पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१५५

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सुसमाचार का प्रचार । तेरी नीत जो स्थापित होवे दुष्ट के राज की होती छय प्रभुईमा राज त करेगा निश्चय २ धर्म और प्रेम का सुसंदेसा जगत में प्रसिद्ध करवा जहां वह प्रचारा जावे अपनी सामर्थ भी दिखा प्रभु ईसा अपने राज का तेज प्रगटा। ३ दे सब मुसंदेसियों को हीर और धीर प्रतीत और प्रीत जिसतं प्रगट हो हर देस में मुक्त का ज्ञान और भक्त को नीत प्रभु ईसा तेरी जय हो जग के मीत । १ १४३ एक सौ तेंतालीसवां गीत।S. II. हे ईश्वर तेरा नाम सव जगह ही प्रसिद्ध कि जाने सव मसीह का काम और धर्म को वुद्ध और बिध ॥