पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१८१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

गीत। १७३ अारास्ता सब मुफेद लिबास पहिन के खड़े हैं। बादशाहत उन की है मीरास अब खुशी करते है गाते सना और नर ३ यह लड़के क्योंकर उस मकान और चैन में रहते हैं क्या सबब है कि वह पासमान में बसते हैं गाते सना॥ ४ खुदावन्द ने बहाया है अपना घेशकीमत खन पाकीजा उन्हें किया है इस लिये वह ममनन गाते सना । ५ वह लड़के करते थे प्यार मसीह मुबारकज़ात आसमान में अब वह है ताजदार नरानी और दिलशाद गाते- सना ॥ .