पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१९

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परमेश्वर की स्तुति । ११ ११ एग्यारहवां गीत । चच्चरी भजि ले मन प्रेम सहित यीश गुरु स्वामी धरन सकल जगत धीर कलिक कलुख दलन बोर रहत निकट हरन पोर संकट सहगामी दुखद सिन्धु अचल सेतु नाम जेहि सतत हेतु सुभग शरन जवन देतु परन सतकामी भ्रमित जनन धरनि देख बपुख मनुख धरहि बेख प्रेम जिहि न जात लेख करुना अनुपामी गुनन तेहि अधम जान रटहु जोरि इतहि लहहि अमल ज्ञान उतहि सुखद ठामो जुगल पान ।