पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/२९

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वैबल अर्थात धर्म शास्त्र । २१ २१ इक्कीसवां गीत। S. M. पांव मेरे का चिराग़ रच्य तेरा है कलाम वह राह के लिये रोश्नी है हर हाल और हर ऐयाम ॥ तेरे कलाम से है मेरी अबदी मीरास और तेरी पाक शहादत से है मुझे खुशो खास ॥ ३ दिल मेरा चाहता है कि तेरे पाक फरमान मैं बजा लाऊं कोशिश से ता अबद हर ज़मान । ४ शुक्र और दुलाय सो मेरे हैं कुरवान कदल तू कर और मुझे बख़श अपने कलाम का ज्ञान ।