पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/३७

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प्रभु यस खीष्ट । ॥ ३ यह बात कियास से बाहिर है तौभी सरीह और जाहिर है कि चरनी में जो है मजद सारे जहान का है मअबद ४ गर तुझे जाने लोग नाचीज़ मसीह तू मुझे है अज़ीज़ कर मेरे दिल का अपना घर और सदा इस में रहा कर ॥ 7s. २६ उन्तीसवां गीत । १ तेरो सना गाने को हमद का गीत सुनाने को ऐ मसीहा मेरे यार मेरा दिल तैयार। कर तू ३ गुनाह का था गुलाम भला भटका बेमाराम फिरता था गुमराह लाचार बेतसल्ली बेकरार ॥ ३ खोजता था मैं मददगार सब को पाता था नाचार करता था अनेक तदबीर पाता था सब बेतासीर ।