पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/४०

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३२ प्रभु यस खोष्ट 1 नाब ओ खन जो बहे थे तेरे किदे पहल से वह गुनाह को दवा हो दोज़ख से बचाने को। ३ मेरी मिहनत है वेकाम रोने से दिल बेमाराम मिलती है सिर्फ तकलीफ़ात इन से नहीं है नजात मिहनत मेरी है बेकार ब्रो न हो तू मददगार ॥ भी नहीं लाता हूं ३ खाली हाथ मैं आता हूं कुछ नङ्गा हूं फकीर बदहाल मुझ लाचार को कर निहाल दे तू मुझे साफ पोशाक त मेरे दिल को पाकर अन्धा हूं तू फज़ल से बन्दे का बीनाई दे नजिस हूं नजासत को धो ऐ ईसा उसे धो नातवान को रह्म से कर ४ । तवानाई बखश तू