पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/७८

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90 सुसमाचार। २ मा त ॥ त नजात के लिये मेरी खबर लोजियो औरों के गुनाह बखश दिये मेरे भी बखश दीजियो ३ रुहुलकूदम को पाक नियमत बन्द को तू दीजिया आवेगा जव रोज़ कियामत मुझे तव थाम लीजियो । ४ मेरे दुशमन हैं घनेरे मेरी मदद कीजियो सांपता श्राप को हाथ में तेरे मुझे छोड़ न दीजियो ॥ 8,7s. ६६ छियासठवां गीत। १ प्रभु ईसा जगदीसा पाप के भार से कर निस्तार है तारक और उपकारक मुझे तार हे तारनहार ॥ २ मैं हे त्रानी हूँ अज्ञानी नेत्रहीन और मनमलीन धरमरहित और पापसहित आसराहीन और दुष्टाधीन ॥ ८