विकिस्रोत:आज का पाठ/७ नवम्बर
ट्रात्स्की, लियो देविदोविच रामनारायण यादवेंदु द्वारा रचित पुस्तक अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश का एक अंश है जो १९४३ ई॰ में प्रकाशित हुआ था।
"ट्रात्स्की एक यहुदी किसान का पुत्र था। कीफ विश्वविद्यालय मे शिक्षा प्राप्त की। उसका असली नाम व्रान्स्टीन था, परन्तु उसने ट्रात्स्की नाम रख लिया और क्रान्तिकारी दल में शामिल हो गया। सन् १८९८ में ज़ारशाही ने उसे साइवेरिया मे निर्वासित कर दिया। सन् १९०२ मे ट्रात्सकी नाम से पासपोर्ट प्राप्त कर लिया और इँगलैण्ड को भाग गया। वहाँ उसकी दो क्रान्तिकारियो, प्लेख़ानोव तथा लेनिन, से भेट हुई, जो रूस की ज़ारशाही का खात्मा करने की युक्ति सोच रहे थे। सन् १९०५ मे वह रूस वापस आया। जब वह सेंटपीटर्सबर्ग की एक मजदूर-सभा में अध्यक्ष के पद से सभा-संचालन कर रहा था, तब उसे पुनः गिरफ़्तार करके निर्वासित कर दिया गया। सन् १९०५ से १९१४ तक उसने यूरोप के प्रत्येक देश में क्रान्तिकारी दल का संगठन किया।..."(पूरा पढ़ें)