विकिस्रोत:हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला/३ नवंबर २०२३
कार्यक्रम | हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला |
स्थान | आइजोल, मिजोरम |
सह आयोजक | हिंदी विभाग, मिज़ोरम विश्वविद्यालय |
आयोजक | हिंदी विकिमिडियन्स यूज़र ग्रुप |
तिथि | ३ नवंबर, २०२३ |
प्रतिभागी संख्या | ४२ |
स्थानीय समन्वयक | अमिष वर्मा |
स्रोतविद एवं प्रशिक्षक | अजीत कुमार तिवारी एवं अनिरुद्ध कुमार |
हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला हिंदी विकिमीडियन्स यूज़र ग्रुप तथा हिंदी विभाग, मिज़ोरम विश्वविद्यालय के सौजन्य से ३ नवंबर, २०२३ को एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें कुल ४२ सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम रूपरेखा
[सम्पादन]यह कार्यशाला १ दिन की थी। कार्यक्रम विवरण निम्नवत है —
- १०:३० पूर्वाह्न — उद्घाटन सत्र
- ११:४५ पूर्वाह्न — कार्यशाला (तकनीकी सत्र) आरंभ तथा संचालन — डॉ॰ अमिष वर्मा
- ११:५० पूर्वाह्न — मुक्त स्रोत हिंदी ई-सामग्री तथा हिंदी विकिपीडिया: परिचय, उपयोग एवं योगदान पद्धति — डॉ॰ अनिरुद्ध कुमार
- १२:४५ अपराह्न — प्रतिभागियों के साथ सामूहिक संपादन एवं संवाद
- ०१:३० अपराह्न — जलपान
- ०२:०० अपराह्न — मुक्त स्रोत पुस्तकालय विकिस्रोत : उपयोग एवं संपादन, प्रूफ़-पठन की पद्धति — डॉ॰ अजीत कुमार तिवारी
- ०३:०० अपराह्न — प्रतिभागियों के साथ सामूहिक संपादन एवं संवाद
- ०३:३० अपराह्न — समापन सत्र
लक्ष्य
[सम्पादन]- कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को हिंदी मुक्त स्रोत सामग्री उपलब्ध कराने वाले विकिपीडिया परियोजनाओं से परिचित कराया गया।
- प्रतिभागियों को मुक्त स्रोत हिंदी ई-सामग्री के निर्माण की प्रक्रिया एवं भागीदारी के अवसर से परिचित कराया गया।
- १५ नये महिला एवं पुरुष प्रतिभागियों के खाते खुलवाए गए तथा संपादन के लिए प्रेरित किया गया।
- प्रतिभागियों को अध्ययन एवं शोध में विकिस्रोत की उपयोगिता से अवगत कराया गया।
- विकिप्रकल्पों पर हिंदी ई-सामग्री के उपयोग एवं संपादन के लिए प्रशिक्षित किया गया।
- संस्थान के साथ दीर्घकालीन भागीदारी की संभावना पर विचार किया गया।
प्रतिभागी हस्ताक्षर
[सम्पादन]३ नवंबर २०२३ को कार्यशाला के दौरान शामिल होने वाले प्रतिभागी एक हैशटैग (#
) के पश्चात चार टिल्ड का निशान (~~~~) लगाकर नीचे हस्ताक्षर (इस प्रकार # ~~~~) करें —
डॉ. सुषमा कुमारी ([[सदस्य वार्ता:]]
दिवेश कुमार चंद्रा
- Amishjnu (वार्ता) ०९:२३, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Sanjaykumarmzu (वार्ता) ०९:२४, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- PRALAY KUMAR BARO (वार्ता) ०९:२६, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Kimz14 (वार्ता) ०९:२८, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- VIKAS HEM (वार्ता) ०९:३३, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Akranjeet (वार्ता) १०:५३, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Jlrsi (वार्ता) ११:००, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Kaman siboh (वार्ता) ११:०३, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Navi.pankaj.dr (वार्ता) ११:०४, ३ नवम्बर २०२३ (UTC
- Vanlalhmangaihi (वार्ता) ११:०९, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- MADHUBALA MSU (वार्ता) ११:१४, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- अंबर पांडेय 5 (वार्ता) ११:२१, ३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Kamala Roy (वार्ता) १४:३६, ८ नवम्बर २०२३ (UTC)
- अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १७:३२, ८ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Chauhanansh (वार्ता) ०२:१४, ९ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Barbie Sailo (वार्ता) २१:३६, ९ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Lmsailo (वार्ता) ११:१७, १० नवम्बर २०२३ (UTC)
- Lalremruata (वार्ता) १०:२६, १३ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Khushboomzu (वार्ता) ०८:१७, १९ नवम्बर २०२३ (UTC)
- Dr.Kathy Rohlupuii (वार्ता) १९:२३, १९ नवम्बर २०२३ (UTC)
रपट
[सम्पादन]हिंदी विकिमीडियन्स यूज़र ग्रुप की सांस्थानिक सहभागिता के प्रयासों के अंतर्गत ३ से ५ नवंबर तक मिजोरम विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के साथ एकदिवसीय कार्यशाला तथा विकियात्रा का आयोजन किया गया। ३ नवंबर २०२३ को हिंदी विभाग में आयोजित कार्यशाला हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला में आयोजक एवं स्रोतविद् सहित ४२ प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें २५ विद्यार्थी और शोधार्थी तथा शेष प्रतिभागी आइजोल के विभिन्न संस्थानों के आचार्य एवं शिक्षक थे। ५ नवंबर को आयोजकों तथा स्रोतविदों की रेइएक की विकियात्रा का आयोजन कर विकिपीडिया एवं विकियात्रा के लिए दर्जनों तस्वीरें संग्रहित की गईं तथा लेखों के कई विषयों की पहचान की गई।
- इस आयोजन से प्राप्त शिक्षा-
- इस कार्यक्रम ने स्पष्ट कर दिया कि अहिंदी भाषी क्षेत्रों के हिंदी विभाग से जुड़ना भी हिंदी विकिपरियोजनाओं के लिए लाभप्रद होता है यदि वहाँ के विद्यार्थी, शोधार्थी तथा इनसे अधिक आचार्य विकिमीडिया संपादक बनें।
- अहिंदीभाषी क्षेत्र के हिंदी संस्थान संपादक तथा सामग्री दोनों स्तरों पर विविधता और समृद्धि लाने में सहायक हो सकते हैं।
- कार्यशाला के साथ ही स्थानीय विशिष्टता के किसी स्थल की यात्रा विकि परियोजनाओं के सामग्री के विकास की संभावना की पहचान में सहायक होती है। मसलन रेइयक की हमारी यात्रा में हमने सैकड़ों नई संज्ञाओं की पहचान की तथा उनकी तस्वीरें ली जो आने वाले दिनों में विकि सामग्री के निर्माण में सहायक होंगे।
- संस्थानों के साथ सहभागिता के कार्यक्रमों की शुरुआत बड़े स्तर पर करने के बजाय छोटे स्तर (जैसे एक दिवसीय कार्यशाला) पर करना अधिक फलदायक हो सकता है।
- पूर्वोत्तर भारत के स्त्री-प्रधान समाज में बढ़ती विकि-गतिविधियाँ विकिमीडिया पर मौजूद लैंगिक खाई को पाटने में भी सहायक हो सकती हैं।
चित्र दीर्घा
[सम्पादन]-
हिन्दी विभाग, मिज़ोरम विश्वविद्यालय में 'हिंदी में ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास' विषय पर आयोजित कार्यशाला
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हिन्दी विभाग, मिज़ोरम विश्वविद्यालय में 'हिंदी में ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास' विषय पर आयोजित कार्यशाला