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  • मिश्रबंधु-विनोद (१) (श्रेणी 1926 के कार्य)
    रिचर करिक्य ६ । ० । ० । दूञ्च हैं । बरीसद्ध. बौधा रामचंद्र धाम देदी प्रबन एमा सायदान १६०-१७० ३७३-५-१७० १६-१७ १७६-१७ १७१–१७१ १७१-१६१ १७१-१२ १७२-१२ १७२-१७२...
    ४७४ B (१,८१९ शब्द) - ०९:१४, २० अप्रैल २०२१
  • कविवचनसुधा (श्रेणी 1906 के कार्य)
    दै भिखारी से । साहू के सपूत समबन्धी शिवराज वीर केते बाद- शाह फिरें बन बन बनचारी से ॥ भूपन बखानै केते दीन्हे बन्दिखाने केते केते गहि राखै सख सैयद बजारी...
    २१९ B (१६,८११ शब्द) - ०३:२२, १४ मई २०२४