खोज परिणाम
कहीं आपका मतलब अर्थ गद्य तो नहीं था?
इस विकि पर "अरुण गद्रे" नाम का पृष्ठ बनाएँ! आपकी खोज से मिला पृष्ठ भी देखें।
- पुरोहितवाद और मुर्दा कमकाण्ड का बेपनाह बोझ न पडा होता तो किसी प्रौद्दालक आरुणि के मन में यह सत्य भी प्रकट न हुआ होता कि प्राग मे व्यथ ही घी, जौ, धान आदि...३४८ B (२,३०७ शब्द) - १८:५२, २० जुलाई २०२३