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अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/अल्सेस-लारेन

विकिस्रोत से
अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश
रामनारायण यादवेंदु

पृष्ठ ३५ से – ३६ तक

 

अल्सेस-लारेन——यह प्रदेश फ्रांस की पूर्वी सीमा पर है। इसका क्षेत्रफल ५,६०५ वर्गमील तथा जनसंख्या १९,१५,००० है। राइन नदी इसकी पूर्वी सीमा पर है। मध्य-युग में यह देश जर्मन-साम्राज्य के अन्तर्गत था। सन् १५५२ में फ्रांस ने इसके मेट्ज नगर पर आधिपत्य जमा लिया। तीस-वर्षीय युद्ध में लुई १४वे ने अल्सेस का अधिकांश भाग जीत लिया और सन् १६४८ की संधि के अनुसार यह भाग फ्रांस में मिला लिया गया। सन् १६८१ में फ्रांसीसियो ने स्ट्रैसव नामक नगर पर क़ब्ज़ा कर लिया। लारेन पर पहले हैप्सबर्ग के सम्राट् राज करते थे। सन् १७३५ में यह प्रदेश लुई १४वे के ससुर को दे दिया गया, और सन् १७६६ मे यह भी फ्रांस मे मिल गया। फ्रांसीसी शासक स्थानिक जनता के अधिकारों की रक्षा करते थे। जर्मनी का आधिक्य था, इसलिए जर्मनों के अधिकारों की रक्षा विशेष रूप से की जाती थी। फ्रांस की राज्य-क्रान्ति ने इस दिशा में भारी परिवर्तन कर दिया। स्थानिक अधिकारो को उठा दिया गया और शासन-प्रबध फ्रांस की तरह किया जाने लगा। स्कूलो तथा न्यायालयों में फ्रांसीसी भाषा का प्रयोग शुरू होगया।

इन प्रदेशों के अधिवासी जर्मन यद्यपि जर्मन भाषा का प्रयोग करते रहे, तथापि वे फ्रांसीसी नागरिक थे और उनमें से अनेक फ्रांस के राज्य-प्रबध में उच्च पदो पर नियुक्त हो गए। सन् १८७०—७१ के जर्मन-फ्रांसीसी-युद्ध के बाद इस प्रदेश पर जर्मनी का आधिपत्य हो गया। सन् १८७१ में इस प्रदेश की जनता ने जर्मन-साम्राज्य में मिलाये जाने का विरोध किया। जब स्कूलों में जर्मन भाषा जारी की गई तो, तो इसका भी जनता ने विरोध किया। जर्मनी ने इस प्रदेश को स्वाधीनता नही दी। बड़े प्रयत्न के बाद इस प्रदेश की जनता को सन् १९११ में परिमित स्वराज्य दिया गया। यद्यपि जनता का बहुमत जर्मनों के पक्ष में था, तथापि फ्रांसीसियों के पक्ष में भी एक दल पैदा होता जा रहा था। जब सन् १९१४ में विश्व-युद्ध आरम्भ
हुआ तो इस प्रदेश की जनता में अपूर्व जागृति पैदा हो गई। जर्मन-अधिकारियो ने जनता से दमन-चक्र चलाया। २०,००० से अधिक नागरिक अल्सेस-लारेन से निर्वासित कर दिए गए। वर्साई की सधि के अनुसार यह प्रदेश पुनः फ्रांस को मिल गया। नवम्बर सन् १९१८ में फ्रांसीसी सेनाओं ने, उपर्युक्त संधि के अनुसार, इस प्रदेश में प्रवेश किया।

अल्सेस मे प्रायः सभी जर्मन भाषा बोलते हैं, लारेन मे ७० फीसदी जनता जर्मन तथा ३० फीसदी जनता फ्रांसीसी भाषा का प्रयोग करती है। दोनों मे कुल मिलाकर १५,००,००० जर्मन भाषा बोलते हैं। स्थानीय समाचार-पत्रों की भाषा जर्मन है। जर्मन भाषा में ही साहित्य की रचना हो रही है। स्थानिक बोली तथा फ्रांसीसी भाषा में भी साहित्य तैयार हो रहा है। सरकारी दफ्तरो, न्यायालयो तथा स्कूलो में जर्मन भाषा प्रयोग की जाती है। फ्रांसीसी भाषा के साथ जर्मन भाषा का भी प्रयोग किया जाता है। सरकारी घोषणाएँ दोनो भाषाओं में की जाती हैं।

इस प्रदेश का सामरिक महत्व है। इसमे लोहा तथा सज्जी खार (Potash) अधिक मिलता है। इसीके निकट फ्रेंच मेजिनो लाइन किलेबन्दी थी, जिसे फ्रांस अटूट समझता था, और जिसे जर्मनो ने तहस-नहस कर डाला।

वर्त्तमान यूरोपीय युद्ध मे, जून १९४० मे, फ्रांस के जर्मनी द्वारा पराजित होने के बाद, अल्सेस लारेन तथा फ्रांस के उत्तरी विशाल प्रदेश पर जर्मनी का सामरिक अधिकार हो गया है।