न्याय/अङ्क पहिला/दृश्य १

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अङ्क पहिला

दृश्य १

जुलाई मास का सवेरा, जेम्स और वाल्टर हो के मैनेजिंग-क्लर्क का कमरा है। कमरा पुराने ढंग का, महोगनी की पुरानी कुरसी और मेज़ों से सजा हुआ है, जिन पर चमड़ा लगा हुआ है। टीन के बक्स और इलाकों के नक्शे क़तारों में सजे हैं। कमरे में तीन दरवाज़े हैं, जिनमें दो दरवाजे बीच दीवार में पास-पास हैं। दरवाजों में एक बाहर के दफ़्तर में जाने का है लकड़ी और काँच के परदे की दीवार से मैनेजर का कमरा उस बाहरी कमरे से अलग कर दिया गया है। बाहरी कमरे में जाने का दरवाज़ा खोलने पर एक चौड़ा दरवाज़ा और दिखाई देता है जहाँ से नीचे उतरने की सीड़ियाँ हैं। बीच के दो दरवाज़ों में दूसरा दरवाज़ा छोटे क्लर्क के कमरे में जाता है। तीसरा दरवाज़ा मालिकों के कमरे में जाने का है। [ १० ]मैनेजिंग कुर्क कोकसन बैठे हुए मेज पर रखी हुई पासबुक के अंकों को जोड़ रहे हैं, और अपने ही आप अंकों को दुहराते भी जाते हैं। उनकी उम्र साठ वर्ष की है। चश्मा लगाये हैं। कद के ठिंगने हैं, सिर गंजा है। ठुड्डी कुछ आगे को उठी हुई है, जिससे नीयत की सफ़ाई झलक रही है। एक पुराना काला कोट और धारीदार एतलून पहने हुए हैं।

कोकसन

और पाँच बारह, और तीन---पन्द्रह, उन्नीस, तेईस, बत्तीस, इकतालीस, हासिल आए चार।

[ पृष्ठ पर एक निशान लगाकर उसी प्रकार उच्चारण करता जाता है ]

पाँच, सात, बारह, सत्रह, चौबीस और नौ तेतीस, तेरह हासिल आया एक।

[ फिर निशान लगाता है। बाहर के कमरे का दरवाज़ा खुलता है, और ऑफ़िस का अर्दली स्वीडिल दरवाज़े को बन्द करता हुआ भीतर आता है। उसकी अवस्था १६ साल की है। उसके चेहरा का रंग पीला और बाल खड़े हैं। ] [ ११ ][ झुँझलाकर ऐसी दृष्टि से देखता हुआ मानो कह रहा हो कि तुम क्या करने आए हो? ]

और हासिल आया एक।

स्वीडिल

फाल्डर को कोई पूछ रहा है।

कोकसन

पाँच, नौ, सोलह, इक्कीस, उन्तीस और हासिल आए दो। उसे मारिस के मकान पर भेज दो। नाम क्या है?

स्वीडिल

हनीविल!

कोकसन

चाहता क्या है?

स्वीडिल

औरत है।

कोकसन
शरीफ औरत है? [ १२ ]

स्वीडिल

नहीं, मामूली है।

कोकसन

उसे भीतर बुला लो। यह पास-बुक मिस्टर जेम्स के पास ले जाओ।

[पास बुक बन्द करता है।]

स्वीडिल

[दरवाज़ा खोलकर]

जरा आप अन्दर चली आयें।

[रुथ हनीविल भीतर आती है। उसकी अवस्था छब्बीस वर्ष की है। क़द लम्बा आँखें और बाल काले हैं। चेहरा सुगठित, सुढौल और हाथी दांत सा सफेद है उसके कपड़े सादे हैं। वह बिलकुल चुपचाप खड़ी है। उसके अन्दाज़ और रङ्ग-ठङ्ग से मालूम होता है कि किसी अच्छे घर की है।]

[स्वीडिल पास-बुक लेकर मालिकों के कमरे की ओर चला जाता है।] [ १३ ]

कोकसन

[घूमकर रुथ की ओर देखते हुए]

वह अभी बाहर गया है।

[सन्देह के साथ]

आप अपना मतलब कहिए।

रुथ

[बेधड़क होकर]

जी हाँ, कुछ अपना काम है।

कोकसन

यहाँ निजी काम से कोई नहीं आने पाता। आप चाहें तो उसे कुछ लिखकर रख जायँ।

रुथ

नहीं, मैं उनसे मिलना ही चाहती हूँ।

[वह अपनी काली आँखों को सिकोड़कर कटाक्ष से उनकी ओर देखती है।] [ १४ ]

कोकसन

[फूलकर]

यह बिलकुल नियम के विरुद्ध है। मान लीजिए मेरा ही कोई मित्र यहाँ मुझसे मिलने आए। यह तो ठीक नहीं है।

रुथ

जी नहीं, ठीक है?

कोकसन

[कुछ चकराकर]

हाँ कहता तो हूँ, और तुम तो यहाँ एक छोटे क्लर्क से मिलना चाहती हो?

रुथ

जी हाँ, मुझे उससे बहुत ही जरूरी काम है।

कोकसन

[उसकी तरफ़ पूरी तरह मुँह फेरकर, कुछ बुरा मानकर]

लेकिन यह वकील का दफ्तर है। तुम उसके घर पर जाकर मिलो। [ १५ ]

रुथ

वहाँ तो वह था ही नहीं।

कोकसन

[चिन्तित होकर]

क्या तुम्हारा उससे कुछ रिश्ता है?

रुथ

जी नहीं।

कोकसन

[दुविधे में पड़कर]

मेरी समझ में नहीं आता क्या कहूँ? यह कोई दफ़्तर का काम तो है नहीं।

रुथ

लेकिन मैं करूँ तो क्या करूँ?

कोकसन

वाह! यह मैं क्या जानूँ? [ १६ ][स्वीडिल लौट आता है, और इस कमरे से कोकसन की ओर कुतूहल से घूरता हुआ कमरे में चला जाता है। जाते समय दरवाज़े को सावधानी के साथ दो एक इंच खुला छोड़ जाता है।]

कोकसन

[उसकी दृष्टि से होशियार होकर]

ऐसा नहीं हो सकता, आप जानती हैं, ऐसा किसी तरह नहीं हो सकता। मान लो एक मालिक ही आ जायँ तो?

[बाहरी कमरे के बाहरी दरवाजे से रह-रहकर कुंडी का खटकना और हँसना सुनाई देता है।]

स्वीडिल

[दरवाज़े के भीतर सिर डालकर]

यहाँ बाहर कुछ बच्चे खड़े हैं।

रुथ

जी, वे मेरे बच्चे हैं।

स्वीडिल

मैं उन्हें देखता रहूँ? [ १७ ]

रुथ

यह तो बिलकुल छोटे बच्चे हैं।

[कोकसन की ओर एक कदम बढ़ाती।]

कोकसन

तुम्हें दस्तर के घंटों में उसका समय नष्ट न करना चाहिए। यों ही हमारे यहाँ एक क्लर्क की कमी है।

रुथ

मरने जीने का सवाल है जी!

कोकसन

[फिर कान खड़े करके]

मरने जीने का?

स्वीडिल

यह फ़ाल्डर साहब आ गए।

[फ़ाल्डर बाहर के कमरे से भीतर आता है। उसका चेहरा पीला है, देखने में अच्छा है। उसकी आँखें तेज़ [ १८ ]और सहमी हुई है। वह क्लर्क के कमरे की ओर बढ़ता है और वहाँ हिचकता हुआ खड़ा हो जाता है।]

कोकसन

खैर, मैं तुम्हें एक मिनट दे सकता हूँ। लेकिन यह नियम विरुद्ध है।

[वह काग़ज़ों का एक पुलिन्दा उठाकर मालिकों के कमरे में घुस जाता है।]

कोकसन

[धीमी, घबराई हुई आवाज़ से]

वह फिर पीने लगा, विल। कल रात को उसने मेरा गला काटने की कोशिश की थी। उसके जागने के पहिले ही मैं बच्चों को लेकर भाग आई हूँ। मैं तुम्हारे घर गई थी।

फाल्डर

मैंने डेरा बदल दिया है।

रुथ

आज रात के लिए सब तैयारी हो गई है न? [ १९ ]

फ़ाल्डर

मैं टिकट ले आया हूँ। टिकट घर के पास मुझसे पौने बारह बजे मिलना। ईश्वर के लिए भूल मत जाना कि हम स्त्री-पुरुष हैं।

[उसकी ओर स्थिर और निराश नेत्रों से देखते हुए।]

रुथ

तुम जाने से डर तो नहीं रहे हो?

फ़ाल्डर

क्या अपना और बच्चों का सामान तुमने ठीक कर लिया है?

रुथ

नहीं, सब छोड़ आई हूँ। मुझे हनीविल के जग जाने का भय था। बस एक बेग लेकर चली आई हूँ। मैं अब घर के पास तक नहीं जा सकती। [ २० ]

फ़ाल्डर

[हल्का बक्का होकर]

वह सब रुपया यों ही बरबाद गया! कम-से-कम कितने रुपये हों तो तुम्हारा काम चल जाय?

रुथ

छः पाउंड। मेरे ख्याल से इतने में काम चल जायगा।

फ़ाल्डर

देखो, हमारे जाने की खबर किसी को न हो।

[मानो कुछ अपने ही आप से]

वहाँ जाकर मैं यह सब भुला देना चाहता हूँ।

रुथ

अगर तुम्हें खेद हो रहा हो, तो रहने दो। मुझे उसके हाथ से मर जाना मंजूर है। परन्तु तुम्हारी मरजी के खिलाफ तुम्हें न ले जाऊँगी। [ २१ ]

फ़ाल्डर

[एक अजीब हँसी हँसकर]

हमारा जाना तो रुक नहीं सकता। मुझे परवा नहीं। मैं तो तुम्हें चाहता हूँ।

रुथ

अब भी विचार कर लो, क्योंकि अभी कुछ नहीं बिगड़ा है।

फ़ाल्डर

जो कुछ होना था हो गया। यह लो सात पाउंड। याद रखना टिकट घर के पास—पौने बारह बजे। रुथ यदि मुझे तुमसे प्रेम न होता!

रुथ

मुझे प्यार करो।

[दोनों आवेग के साथ चिपट जाते हैं, ठीक इसी समय कोकसन के आ जाने से वे झट अलग हो जाते हैं। रुथ बाहर के कमरे से होकर चली जाती है। कोकसन [ २२ ]गंभीर भाव से सब समझते हुए भी दृढ़ता से धीरे-धीरे जाकर अपनी जगह पर बैठते हैं।

कोकसन

यह बात ठीक नहीं है, फ़ाल्डर।

फ़ाल्डर

फिर ऐसा कभी नहीं होगा।

कोकसन

इस जगह यह बिलकुल मुनासिब नहीं।

फ़ाल्डर

हाँ ठीक है।

कोकसन

तुम खुद समझ सकते हो, मैंने केवल इसीलिए आने दिया कि वह कुछ दुखी थी, और उसके साथ बच्चे थे।

[मेज़ की दराज़ से एक पुस्तक निकालकर देते हुए़]

लो इसे पढ़ना। "घर की पवित्रता" बड़े अच्छे ढंग से लिखी गई है। [ २३ ]

फ़ाल्डर

[एक अजीब मुंह बनाकर उसे लेते हुए]

धन्यवाद!

कोकसन

और सुनो फ़ाल्डर, वाल्टर साहब आते ही होंगे। क्या तुमने वह सूची पूरी कर ली जो डेविस जाने से पहिले कर रहा था?

फ़ाल्डर

जी, मैं कल उसे बिलकुल पूरी कर दूँगा। निश्चय।

कोकसन

डेविड को गये एक हफ्ता हो गया। देखो फ़ाल्डर, ऐसे काम नहीं चलेगा। तुम निजके झगड़ों में पड़कर दप्तर के कामों में लापरवाई कर रहे हो। मैं उस औरत के आने की बात तो किसी से न कहूँगा। लेकिन—

फ़ाल्डर

[अपने कमरे में जाते हुए]

बड़ी दया है! [ २४ ][कोकसन उस दरवाज़े की ओर घूरता है, जिसमें से होकर फ़ाल्डर गया है। फिर एक बार सिर हिलाकर कुछ लिखने के लिए तैयार होता है। उसी समय बाहर कमरे से वाल्टर हो आता है। उसकी उम्र पैंतीस वर्ष की होगी। सूरत भले मानुसों की सी है। आवाज़ मीठी और नम्र है।]

वाल्टर

गुडमार्निंग, कोकसन!

कोकसन

गुडमार्निंग, मिस्टर वाल्टर!

वाल्टर

अब्बा जान?

कोकसन

[बड़प्पन जताते हुए, मानो ऐसे युवक से बातें कर रहा हो, जो अपने काम में जी न लगाता हो]

मिस्टर जेम्स तो ठीक ग्यारह बजे यहाँ आ गए हैं। [ २५ ]

वाल्टर

मैं तसवीर देखने गिल्डहाल चला गया था।

कोकसन

[इस प्रकार से उसकी ओर देखते हुए मानो उसने ठीक इसी उत्तर की आशा की हो।]

देख आए आप? हाँ, यह बोल्टर का पट्टा है। क्यों इसे वकील के पास भेज दूं?

वाल्टर

अब्बा जान क्या कहते हैं?

कोकसन

उनसे पूछना व्यर्थ है।

वाल्टर

मगर हमें बहुत होशियार रहना चाहिए। [ २६ ]

कोकसन

बिलकुल जरा-सी तो बात है। मुशकिल से मिहनताने भर का भी न होगा। मैं समझता था आप खुद ही इसे कर लेंगे।

वाल्टर

नहीं आप भेज ही दें। मैं ज़िम्मेदारी अपने सिर नहीं लेना चाहता।

कोकसन

[ऐसे दयाभाव से जो शब्दों में नहीं प्रकट किया जा सकता]

जैसी आपकी इच्छा; और यह रास्ते के हक़वाला जो मामला है, उसकी सब लिखा-पढ़ी हो गई है।

वाल्टर

मैं जानता हूँ; लेकिन साफ़-साफ़ तो उनकी मनशा यही मालूम होती है, कि शिरकत की ज़मीन को अलग कर दिया जाय।

कोकसन

हमें इससे क्या मतलब, हम कानून से बाहर नहीं हैं। [ २७ ]

वाल्टर

मैं इसे पसंद नहीं करता।

कोकसन

[सद्भाव से मुसकिराकर]

हम कानून के खिलाफ नहीं जा सकते। आपके पिता जी भी ऐसे काम में समय नष्ट करना पसंद न करेंगे।

[ठीक इसी समम जेम्स हो मालिकों के कमरे में से होकर भीतर आते हैं। वह ठिंगने हैं। सफ़ेद गलमुच्छे हैं सिर के बाल घने और सफ़ेद हैं। आँखों से होशियारी टपकती है। सोने का कमानीदार चश्मा नाक पर लगा है।]

जेम्स

गुड मॉर्निंग, वाल्टर!

वाल्टर

आपका मिज़ाज कैसा है, अब्बा जान? [ २८ ]

कोकसन

[अपने हाथ के काग़ज़ों को नाक के नीचे से इस प्रकार देखता हुआ, मानो उनके आकार को तुच्छ समझ रहा हो]

मैं बोल्टर के पट्टे को फॉल्डर को दिये आता हूँ कि इस बारे में हिदायत तय्यार कर दे।

[फॉल्डर के कमरे में जाता है।]

वाल्टर

उस रास्ते के हक़वाले मामले में क्या होगा?

जेम्स

हाँ, हमको वहाँ जाना पड़ेगा। मुझे याद आता है तुमने कल कहा था न, कि फर्म का रोकड़ चार सौ के कुछ ऊपर है?

वाल्टर

हाँ, है तो। [ २९ ]

जेम्स

[पासबुक बेटे की ओर बढ़ाकर]

तीन–पाँच–एक–और हाल का तो कोई चेक है ही नहीं। जरा वह चेकबुक निकाल तो लाओ।

[वाल्टर एक अलमारी की दराज़ खोलकर चेकबुक लाकर देता है।]

जेम्स

मुसन्नों में पाउंड पर निशान लगाते जाओ। पाँच, चौवन, सात, पाँच, अट्ठाइस, बीस, नव्वे, ग्यारह, बावन, इकहत्तर मिलते हैं न?

वाल्टर

[सिर हिलाकर]

कुछ समझ ही में नहीं आता, मैंने तो अच्छी तरह देख लिया था चार सौ से ऊपर थे।

जेम्स

लाओ मुझे तो दो।

[चेकबुक लेकर मुसन्नों को अच्छी तरह जाँचता है]

देखो तो यह नव्वे कैसा है? [ ३० ]

वाल्टर

इसे किसने मँगाया?

जेम्स

तुमने।

वाल्टर

[चेकबुक लेकर]

जुलाई ७ को लिखा गया है? हाँ, उसी दिन मैं ट्रेन्टन का इलाक़ा देखने गया था। शुक्रवार को मैं गया था और मंगलवार को वापस आया था। आपको तो याद होगा। लेकिन देखिए, अब्बा जान, मैंने नौ पाउंड का चेक भुनाया था। पाँच गिन्नी स्मिथर को दिया। बाक़ी सब मेरे ख़र्च में आया। हाँ, केवल आधा क्राउन बचा था।

जेम्स

[गम्भीर भाव से]

उस नब्बे पाउण्डवाले चेक को देखना चाहिए।

[पासबुक के पाकिट में से चेक को ढूँढ निकालता है।]

[ ३१ ]ठीक तो मालूम होता है। यहाँ नौ तो कहीं नहीं है। कुछ गड़बड़ है। उस नौ पाउंड के चेक को किसने भुनाया था?

वाल्टर

[परेशानी और दुःख के साथ]

लाइए देखूँ, मैं मिसेज़ रेडी की वसीयत लिख रहा था। उतना ही समय मिला था। याद आ गया, हाँ मैंने कोकसन को दिया था।

जेम्स

इन अक्षरों को तो देखो। क्या तुमने लिखा था?

वाल्टर

[विचार कर]

अक्षर पीछे की ओर कुछ घूम जाता है। लेकिन यह तो नहीं घूमता।

जेम्स

[कोकसन उसी समय फ़ॉल्डर के कमरे से निकल कर आता है।]

[ ३२ ]उससे पूछना चाहिए। कोकसन ज़रा इधर आकर सोचो तो सही। क्या तुम्हें याद है गए शुक्रवार को मिस्टर वाल्टर ने तुम्हें एक चेक भुनाने के लिए दिया था? यह वही दिन है जिस दिन वह ट्रेन्टन गए थे।

कोकसन

हाँ, नौ पाउंड का चेक था।

जेम्स

ज़रा देखो तो इसे!

[चेक उसके हाथ में देता है]

कोकसन

नहीं! नौ पाउंड था, मेरा खाना उसी समय आया था। और मैं गर्म-गर्म खाना पसन्द करता हूँ इस लिये चेक को मैंने डेविस को दे दिया कि जल्दी बैंक चला जाय। वह गया और सब नोट ही नोट लाया था। आपको तो याद होगा, मिस्टर वाल्टर! गाड़ी के भाड़े के लिए आपको कुछ रेज़कारी की दरकार थी।

[कुछ अवज्ञा भरी दया की दृष्टि से]

[ ३३ ]इधर लाइए ज़रा मैं तो देखूँ। आप शायद ग़लत चेक देख रहे हैं।

[चेकबुक और पासबुक वाल्टर के हाथ से ले लेता है।]

वाल्टर

नहीं, ऐसा नहीं है।

कोकसन

[जाँचकर]

बड़े अचम्भे की बात है।

जेम्स

तुमने डेविस को दिया था, और इधर डेविस सोमवार को आस्ट्रेलिया के लिये रवाना हो गया। दाल में कुछ काला है, कोकसन।

कोकसन

[परेशानी और घबराहट के साथ]

यह तो पक्का जाल है। नहीं-नहीं, जरूर कुछ ग़लती हो रही है। [ ३४ ]

जेम्स

मेरा भी ऐसा ही ख्याल है।

कोकसन

मुझे यहाँ तीस साल हो गए, पर ऐसा कभी इस दफ़्तर में नहीं हुआ।

जेम्स

[चेक और मुसन्ने को देखते हुए]

किसी बड़े चालाक आदमी का काम है। यह तुम्हारे लिए चेतावनी है वाल्टर, कि अंकों के बाद जगह मत छोड़ा करो।

वाल्टर

[कुछ चिढ़कर]

मैं जानता हूँ, लेकिन उस दिन मैं बड़ी जल्दी में था।

कोकसन

[अकस्मात्]

मेरे तो होश ठिकाने नहीं हैं। [ ३५ ]

जेम्स

मुसन्ने में भी अंक बदले हुये हैं। बड़ी उस्तादी से माल उड़ाया है। डेविस कौन से जहाज़ से गया है?

कोकसन

'सिटी आफ रंगून' से।

जेम्स

हमें तार देकर उसे नेपल्स में गिरफ़्तार करा देना चाहिए। अभी वहाँ पहुँचा न होगा।

कोकसन

उसकी जवान बीबी का क्या होगा! उस डेविस युवक को मैं बहुत चाहता हूँ। छी! छी ! इस दफ्तर में ऐसी—

वाल्टर

मैं बेंक जाकर ख़ज़ांची से दर्याफ्त करूँ? [ ३६ ]

जेम्स

[गंभीर भाव से]

उसे यहाँ ले आओ और कोतवाली को भी टेलीफोन करो।

वाल्टर

सचमुच?

[बाहर के कमरे से होकर चला जाता है, जेम्स कमरे में टहलने लगता है। फिर ठहर कर कोकसन की ओर देखता है जो बेचैनी से पाजामे के ऊपर से घुटनों को रगड़ रहा है।]

जेम्स

देखो कोकसन, चाल चलन बड़ी चीज है। है न?

कोकसन

[चश्मे के ऊपर से उसकी ओर देखकर]

मैं आपका ठीक मतलब समझ नहीं सका।

जेम्स

तुम्हारा बयान उसे बिलकुल न जँचेगा, जो तुम्हें नहीं जानता है। [ ३७ ]

कोकसन

आँ–हाँ।

[वह हंस पड़ता है और फिर यकायक गंभीर होकर कहना है]

मैं उस युवक के लिए बहुत दुःखित हूँ। मिस्टर जेम्स, मुझे अपने लड़के के लिए भी इससे अधिक दुःख न होता।

जेम्स

बुरी बात है।

कोकसन

सब काम ठीक चलता हो वहाँ यकायक ऐसी वारदात हो जाय! आफ़त है और क्या। आज खाना भी न रुचेगा।

जेम्स

ऐं–यहाँ तक नौबत पहुँच गई?

कोकसन

चिंता में डालनेवाली बात है। [ ३८ ]

[धीरे से]

वह ज़रूर किसी लालच में पड़ गया होगा।

जेम्स

इतनी जल्दी नहीं, कोकसन। अभी उस पर दोष भी तो नहीं साबित हुआ है।

कोकसन

अगर मुझे एक महीने की तनुख़्वाह न मिलती तो मुझे अफ़सोस न होता, मगर यह तो—

[सोचता है]

जेम्स

मैं ख़्याल करता हूँ वह जल्दी पहुँचेगा।

कोकसन

[खजान्ची के लिए सब सामान ठीक कर]

पचास गज़ भी तो नहीं है यहाँ से; अभी एक मिनट में आ पहुँचता है। [ ३९ ]इस दफ्तर में बेईमानी! यह सोचकर मेरे दिल को चोट लगती है।

[वह मालिकों के कमरे की ओर जाता है]

स्वीडिल

[आहिस्ते से पाकर धीरे-धीरे कोकसन से]

वह फिर आ पहुँची। फ़ाल्डर से शायद कुछ कहना भूल गई है।

कोकसन

[यकायक चौंककर]

हैं? नहीं असंभव है! लौटा दो उसे।

जेम्स

मामला क्या है?

कोकसन

कुछ नहीं मिस्टर जेम्स, एक निजी मामला है। चलो, मैं ख़ुद चलता हूँ। [ ४० ]

[जेम्स के मालिक के कमरे में जाते ही, वह बाहर दफ़्तर में जाता है]

देखो अब तुम तंग मत करो, अभी हम किसी से मिल नहीं सकते।

रुथ

क्या एक मिनट के लिए भी नहीं?

कोकसन

नहीं हरगिज़ नहीं! अगर तुम्हें बहुत जरूरी काम हो, तो बाहर ठहरो। अभी थोड़ी देर बाद वह खाना खाने जायगा।

रुथ

जी! बहुत अच्छा।

[वाल्टर खजांची के साथ जाता है, और रुथ के बगल से होकर निकलता है। रुथ भी उसी समय बाहर के कमरे चली जाती है।] [ ४१ ]

कोकसन

[खज़ांची से, जो देखने में, घुड़सवार पलटन का एक आलसी सिपाही सा मालूम होता था]

गुडमार्निङ्ग!

[वाल्टर से]

आपके अब्बाजान कहाँ हैं?

[वाल्टर मालिकों के कमरे की ओर चला जाता है]

कोकसन

मिस्टर कौली, बात तो छोटी है पर है बड़ी भद्दी। मुझे शर्म आती है कि इसके लिए आपको कष्ट देना पड़ा।

कौली

मुझे वह चेक ख़ूब याद है। उसमें कोई ख़राबी नहीं थी।

कोकसन

ख़ैर, आप बैठिए तो। मैं ऐसा आदमी तो नहीं हूँ कि ज़रा सी बात में घबड़ा जाऊं लेकिन इस तरह का [ ४२ ]मामला ऐसी जगह में हो जाय, यह तो ठीक नहीं। मैं यह चाहता हूँ कि लोग सच्चे दिल से ख़ुशी ख़ुश काम करें।

कौली

ठीक है।

कोकसन

[बटन पकड़ कर, खींचते हुए और मालिकों के कमरे की ओर देखते हुए।]

मान लिया कि वह अभी बिलकुल ना समझ है, पर मैंने उससे कई बार कहा कि अङ्कों के आगे जगह न छोड़ा करो, पर यह सुनता ही नहीं।

कौली

मुझे उस आदमी की सूरत खूब याद है–बिलकुल जवान था।

कोकसन

पर बात यों है कि शायद उस आदमी को हम आपके आगे पेश न कर सकें। [ ४३ ]

[जेम्स और बाल्टर अपने कमरे में से बाहर आते हैं।]

जेम्स

गुडमार्निङ्ग, मिस्टर कौली! आपने मुझे और मेरे लड़के को तो देख ही लिया। मिस्टर कोकसन और मेरे आफ़िस के नौकर स्वीडिल को भी आप देख चुके हैं। मैं समझता हूँ, हममें से कोई न था।

[खज़ांची मुसकिरा कर सिर हिलाता है।]

जेम्स

आप कृपा कर बैठिए तो यहाँ, मिस्टर कौली! कोकसन तुम ज़रा तब तक इनसे बातें तो करो।

[फ़ाल्डर के कमरे की ओर जाते हैं।]

कोकसन

जरा एक बात सुनते जाइये, मिस्टर जेम्स।

जेम्स

कहो, कहो। [ ४४ ]

कोकसन

उस बेचारे को क्यों परेशान करते हैं? वह गरीब तो योंही बात बात में घबड़ा जाता है।

जेम्स

इस मामले को बिलकुल साफ़ कर लेना चाहिए कोकसन। फ़ाल्डर की ही नहीं तुम्हारी भी नेकनामी है इसी में।

कोकसन

[जरा अकड़ कर]

ख़ैर, मेरी तो आप चिन्ता न करें। वह आज सवेरे एक बार हैरान हो चुका है। मैं नहीं चाहता कि उसे दोबारा उलझन में डाला जाय।

जेम्स

यह तो ज़ाब्ते की बात है, लेकिन ऐसे विषय में भलमंसी–की क्या बात है। बहुत संगीन मामला है। जब तक कौली साहब को बातों में लगाइये। [ ४५ ]

[फ़ाल्डर के कमरे का दरवाज़ा खोलता है।]

बोल्टर के पट्टे की मिसिल तो लाओ फ़ाल्डर।

कोकसन

[झटके के साथ]

आप कुत्ते तो नहीं पालते?

[ख़ज़ाँची दरवाज़े की ओर एक टक देखता रहता है, और कुछ जवाब नहीं देता।]

कोकसन

आपके पास कोई बुलडाक का बच्चा हो, तो एक मुझे दे दीजिए।

[ख़ज़ाँची के चेहरे का रंग देखकर उसका चेहरा उतर जाता है, और वह फ़ाल्डर की ओर मुड़कर देखता है फ़ाल्डर कौली के चेहरे की ओर इस तरह टकटकी लगाए द्वार पर खड़ा है, जैसे ख़रग़ोश साँप की ओर आँखें जमा लेता है।]

फ़ाल्डर

[कागज़ों को लाकर]

जी, ये हैं सब। [ ४६ ]

जेम्स

[उनको लेकर]

धन्यवाद!

फ़ाल्डर

जी, तो मेरे लिये और कोई काम नहीं है?

जेम्स

नहीं। [फ़ाल्डर घूमकर अपने कमरे में चला जाता है, जैसे ही वह दरवाज़ा बन्द करता है, जेम्स ख़ज़ाँची की ओर प्रश्न सूचक दृष्टि से देखता है। ख़ज़ाँची सिर हिलाता है।]

जेम्स

यही था? हमें तो यह संदेह न था।

कौली

बिलकुल ठीक, वह भी मुझे पहिचान गया। कमरे से भाग तो नहीं सकता? [ ४७ ]

कोकसन

[दु:खित होकर]

एक ही खिड़की है नीचे पूरा एक मंजिल और तहखाना।

[फ़ाल्डर के कमरे का दरवाज़ा खुलता है, फ़ाल्डर हाथ में टोपी लिए, बाहरी कमरे के दरवाज़े की तरफ़ जाता है।]

जेम्स

[धीरे से]

कहाँ जाते हो, फ़ाल्डर?

फ़ाल्डर

जी, खाना खाने।

जेम्स

थोड़ी देर और ठहर सकते हो? मुझे तुमसे इस पट्टे के बारे में कुछ कहना है। समझे!

फ़ाल्डर

जी, अच्छा!

[अपने कमरे में वापस जाता है।]

[ ४८ ]

कौली

अगर जरूरत पड़े, तो मैं क़सम खाकर कह सकता हूँ कि इसी आदमी ने चेक भुनाया था। उस दिन सवेरे वही आखिरी चेक था जो खाना खाने के पहिले मैंने लिया था। देखिये मेरे पास उन नोटों के नम्बर भी मौजूद हैं।

[एक कागज़ का पुरज़ा मेज पर रखता है फिर अपनी टोपी घुमाते हुए]

अच्छा, गुडमार्निङ्ग!

जेम्स

गुडमार्निङ्ग, मिस्टर कौली!

कौली

गुडमार्निङ्ग, मिस्टर कोकसन!

कोकसन

[कुछ भौचक्के से होकर]

गुडमार्निङ्ग! [ ४९ ][ख़ज़ाँची बाहर के आफिस घर से होकर जाता है, कोकसन अपनी कुर्सी पर इस भाँति बैठ जाता है, मानो इस परेशानी में उसे सिर्फ़ कुर्सी ही का सहारा है।]

वाल्टर

आप अब क्या करना चाहते हैं?

जेम्स

उसे यहाँ बुलाओ, चेक और मुसन्ना मुझे दे दो।

कोकसन

आखिर यह बात क्या है; मैंने तो समझा था, यह डेविस–

जेम्स

अभी सब मालूम हुआ जाता है।

वाल्टर

ठहरिए, क्या आपने अच्छी तरह सोच लिया है? [ ५० ]

जेम्स

बुलाओ उसको अन्दर।

कोकसन

[मुशकिल से उठकर फ़ाल्डर के कमरे का दरवाज़ा खोलकर भारी स्वर से]

जरा यहाँ तो आना।

[फ़ाल्डर आता है]

फ़ाल्डर

[शान्त भाव से]

जी, हाजिर हूँ।

जेम्स

[अचानक उसकी ओर मुड़कर चेक को उसकी ओर बढ़ाते हुए]

तुम इस चेक को पहिचानते हो, फाल्डर?

फ़ाल्डर

जी नहीं! [ ५१ ]

जेम्स

अच्छी तरह देखो तो इसे, तुमने पिछले शुक्रवार को इसे भुनाया था।

फ़ाल्डर

हाँ, जी हाँ! यह वही है, जिसे डेविस ने मुझे दिया था।

जेम्स

मुझे मालूम है और तुमने डेविस को रुपए दिए थे?

फ़ाल्डर

जी हाँ!

जेम्स

जब डेविस ने तुमको यह चेक दिया था तब क्या यह ठीक ऐसा ही था?

फ़ाल्डर

जी हाँ, मेरा तो यही खयाल है। [ ५२ ]

जेम्स

क्या तुम्हें मालूम है कि मिस्टर वाल्टर ने केवल ९ पाउंड का चेक लिखा था?

फ़ाल्डर

जी नहीं, नब्बे का।

जेम्स

नहीं, फ़ाल्डर, सिर्फ़ नौ का।

फ़ाल्डर

[घबड़ा कर]

मैंने समझा नहीं।

जेम्स

मतलब यह है कि इस चेक में फेर फ़ार किया गया है। अब सवाल यह है कि तुमने किया या डेविस ने!

फ़ाल्डर

मैंने–मैंने? [ ५३ ]

जेम्स

समझ कर जवाब दो, सोच लो।

फ़ाल्डर

[समझकर]

जी नहीं, मुझसे यह काम नहीं हुआ।

जेम्स

मिस्टर वाल्टर ने कोकसन को चेक दिया था। उसी समय कोकसन का खाना आया था। उस समय ज़रूर एक बजा होगा।

कोकसन

हाँ, इसीलिए तो मैं जा नहीं सका।

जेम्स

ठीक है, इसीलिए कोकसन ने डेविस को चेक दे दिया। तुमने सवा बजे चेक भुनाया था। यह ऐसे [ ५४ ]पता चलता है कि ख़ज़ांची ने खाना न खाने के पहिले इसी चेक के रुपए दिए थे।

फ़ाल्डर

जी हाँ, डेविस ने मुझे इस लिये चेक दिया था कि उसके कुछ मित्र उसे एक दावत दे रहे थे।

जेम्स

[सिटपिटा कर]

तो तुम डेविस पर दोष लगाते हो?

फ़ाल्डर

यह मैं कैसे कह सकता हूँ? बड़े अचरज की बात है!

[वाल्टर अपने बाप के बिलकुल पास जाकर कान में कुछ कहता है]

जेम्स

फिर शनिवार के बाद तो डेविस यहाँ नहीं आया न? [ ५५ ]

कोकसन

[किसी प्रकार इस युवक को सहारा देने की इच्छा से और इस बात के टलने की झलक की तनिक आशा पाकर।]

नहीं, वह सोमवार को चला गया।

जेम्स

वह यहाँ आया तो नहीं था? क्यों फ़ाल्डर?

फ़ाल्डर

[बहुत धीमे स्वर से]

जी नहीं।

जेम्स

बहुत अच्छा, तब तुम इस बात का क्या जवाब देते हो कि मुसन्ना में नौ के बाद सिफ़र मंगल के दिन या उसके बाद जोड़ा गया। [ ५६ ]

कोकसन

[आश्चर्य से]

यह क्या?

[फ़ाल्डर का सिर चकराने लगता है, बड़ी कठिनाई के साथ वह अपने को सँभालता है। मगर उसकी हालत बुरी हो जाती है।]

जेम्स

[बहुत गंभीर होकर]

कोकसन, बात पकड़ गई न! चेकबुक मिस्टर वाल्टर की जेब में मंगलवार तक था। क्योंकि उसी दिन सवेरे वे ट्रेन्टन से लौटे हैं। क्या अब भी तुम इनकार करते हो फ़ाल्डर तुमने चेक और मुसन्ने को नहीं बदला?

फ़ाल्डर

जी नहीं, जी नहीं, हो साहब। जी हाँ, मैंने ही यह काम किया है। [ ५७ ]

कोकसन

[दुःख के आवेश में]

छी! छी! ऐसा काम किया तुमने?

फ़ाल्डर

साहब, मुझे रुपए की बड़ी सख्त जरूरत थी। मुझे ध्यान ही न रहा कि मैं क्या कर रहा हूँ।

कोकसन

तुम्हारे दिमाग़ में यह बात आई कैसे?

फ़ाल्डर

[उसकी बातों का मतलब समझकर]

मैं कुछ नहीं कह सकता, साहब, एक मिनट के लिए मैं पागल हो गया था।

जेम्स

तुम्हारा मिनट बहुत लम्बा होता है, फ़ाल्डर। [ ५८ ]

[मुसन्ने को ठोंकते हुए]

कम से कम चार दिन का।

फ़ाल्डर

हुजूर मैं क़सम खाता हूँ मुझे बिलकुल ख़्याल न था कि मैं क्या कर रहा हूँ। जब कर चुका तब होश आया। मेरी इतनी हिम्मत न हुई कि कह दूँ। भूल जाइए, साहब, मेरी इस दुर्बलता को, मैं सब रुपए वापस कर दूँगा मैं वादा करता हूँ।

जेम्स

अपने कमरे में जाओ।

[फ़ाल्डर करुणाजनक दृष्टि से देखकर अपने कमरे में चला जाता है। सन्नाटा छा जाता है।]

इससे बुरा मामला और क्या हो सकता है?

कोकसन

ऐसी सीनाज़ोरी और यहाँ! [ ५९ ]

वाल्टर

अब क्या करना चाहिए?

जेम्स

और कुछ नहीं, मुक़दमा चलाइये।

वाल्टर

मगर यह इसका पहिला क़सूर है।

जेम्स

[सिर हिलाकर]

मुझे इसमें बहुत सन्देह है। कितनी सफाई के साथ हाथ मारा है!

कोकसन

मैं तो समझता हूँ इसे किसी ने मोह में डाल दिया।

जेम्स

जीवन भारी मोह के सिवा और है क्या? [ ६० ]

कोकसन

हाँ, यह तो ठीक है लेकिन मैं काया और कामिनी की बात कर रहा हूँ, मिस्टर जेम्स! उससे मिलने के लिए आज ही एक औरत आई थी।

वाल्टर

वही औरत जो आते वक्त हमारे सामने से निकली थी। क्या वह इसकी बीबी है?

कोकसन

नहीं, कोई रिश्ता नहीं।

[आँखें मटकाना चाहता है, पर समय का विचार करके रुक जाता है।]

हाँ, विवाहिता है।

वाल्टर

आपको कैसे मालूम?

कोकसन

अपने बच्चों को साथ लाई थी। [ ६१ ]

[विरक्ति के साथ]

वे दफ्तर के बाहर थे।

जेम्स

तब तो पक्का शोहदा है।

वाल्टर

मेरे ख़्याल से उसे इस बार क्षमा कर देनी चाहिए।

जेम्स

जिस कमीनापन से उसने यह काम किया है, उससे तो मैं क्षमा नहीं कर सकता। वह समझे बैठा था, कि अगर बात खुल गई, तो हमारा संदेह डेविस पर होगा। यह बिलकुल इत्तिफ़ाक़ था कि चेकबुक तुम्हारी जेब में पड़ी रह गई।

वाल्टर

ज़रूर किसी क्षणिक मोह में पड़ गया था। उसको सोचने का वक्त़ नहीं मिला। [ ६२ ]

जेम्स

कोई ईमानदार और साफ़दिल आदमी एक मिनट के अन्दर ऐसे मोह में नहीं पड़ जाता। उसका कोई ठिकाना नहीं है। रुपए के मामले में अपनी नीयत को साफ रखने की शक्ति उसमें नहीं है।

वाल्टर

[रूखे स्वर से]

लेकिन पहिले कभी उसने ऐसा नहीं किया।

जेम्स

[उसकी बात को अनसुनी करके]

अपने समय में मैंने ऐसे बहुत आदमी देखे हैं। इसके सिवा कोई उपाय नहीं कि उन्हें हानि के पथ से दूर रक्खा जाय। उनकी आँखें नहीं होती।

वाल्टर

उसे सख़्त क़ैद की सज़ा हो जायगी। [ ६३ ]

कोकसन

जेल बड़ी बुरी जगह है!

जेम्स

[हिचकता हुआ]

समझ में नहीं आता, उसे कैसे छोड़ दिया जा सकता है। इस दफ़्तर में उसे रखने का तो अब कोई सवाल ही नहीं। लेकिन ईमान ही मनुष्य का सब से बड़ा गुण है।

कोकसन

[मंत्रमुग्ध की भाँति]

इसमें क्या शक।

जेम्स

वैसे ही उसे हम उन लोगों के बीच में नहीं छोड़ सकते जो उसके चाल चलन को नहीं जानते। समाज की ओर भी हमारा कुछ कर्त्तव्य है। [ ६४ ]

वाल्टर

लेकिन उस पर इस तरह तो दाग़ लगा देना अच्छा नहीं।

जेम्स

अगर चकमा देने की कोशिश न करता, तो मैं उसे क्षमा कर देता। लेकिन उसने अपराध पर अपराध किया है। आवारा है।

कोकसन

मैं यह नहीं कहता, परिस्थितियों पर विचार करके उसका अपराध हलका हो जाता है।

जेम्स

एक ही बात है, उसने खूब दाव घात लगाई, और मालिकों की आँखों में धूल झोंकी, और एक निर्दोषी आदमी के सिर अपराध मढ़ दिया। अगर ऐसा मामला भी क़ानून के लायक न हो, तो कौन होगा।

वाल्टर

फिर भी उसकी सारी ज़िन्दगी की ओर देखिए। [ ६५ ]

जेम्स

[चुटकी लेते हुए]

अगर तुम्हारी चले तो कोई अभियोग ही न चले।

वाल्टर

[मुँह सिकोड़ कर]

मैं ऐसी बातों से नफ़रत करता हूँ।

कोकसन

हमें तो सिर्फ अपने बचाव से मतलब।

जेम्स

ऐसी बातों से कोई फ़यदा नहीं।

[अपने कमरे की ओर बढ़ता है।]

वाल्टर

थोड़ी देर के लिए, आप अपने को उसकी जगह पर रखिए, पिताजी! [ ६६ ]

जेम्स

यह मेरे बस की बात नहीं।

वाल्टर

हमें क्या मालूम कि उसके ऊपर क्या संकट पड़ा था।

जेम्स

यह समझ लो वाल्टर, कि जो आदमी ऐसा करना चाहता है, वह करेगा, चाहे संकट हो या न हो। अगर न करना चाहे, तो कोई उसको मजबूर नहीं कर सकता।

वाल्टर

वह आगे ऐसा काम नहीं करेगा।

कोकसन

अच्छा, मैं अभी उससे इस बारे में बातें करता हूँ। उस बेचारे पर सख़्ती न करनी चाहिए। [ ६७ ]

जेम्स

अब जाने दो, कोकसन! मैंने इरादा पक्का कर लिया है।

[अपने कमरे में चला जाता है।]

कोकसन

[थोड़ी देर संदेह के साथ कुछ सोचकर]

तुम्हारे पिता का कोई विशेष दोष नहीं हैं अगर वह यही उचित समझते हैं, तो मैं उनका हाथ न पकड़ूँगा।

वाल्टर

हटो भी कोकसन, तुम मेरी बात पर जोर क्यों नहीं देते। उस पर दया तो आती है।

कोकसन

[ग़रूर से]

मैं नहीं कह सकता मुझे दया आ रही है, या नहीं।

वाल्टर

हमें पछताना पड़ेगा। [ ६८ ]

कोकसन

उसने जान बूझकर यह काम किया है।

वाल्टर

दया खींचतान से नहीं आती।

कोकसन

[प्रश्नसूचक दृष्टि से उसकी ओर देखकर]

नाराज़ न हो हमें सोच समझकर काम करना चाहिए।

स्वीडिल

[तश्तरी में खाना लाकर]

आपका खाना, हुज़ूर।

कोकसन

रखो।

[स्वीडिल ख़ाना मेज़ पर रखता है, ठीक इसी समय जासूस विस्टर बाहर के कमरे में आता है। और वहाँ किसी को न देखकर भीतर चला पाता है। वह [ ६९ ]मोटा आदमी है क़द मामूली, मूछें मुड़ी हुई, नीले रंग का टिकाऊ सूट पहिने है। मज़बूत बूट पैर में है।

विस्टर

[वाल्टर से]

मैं स्कॉटलैंड यार्ड के थाने से आ रहा हूँ। मेरा नाम डिटेक्टिव सार्जेंट विस्टर है।

वाल्टर

[प्रश्नसूचक दृष्टि से देखता हुआ]

बहुत अच्छा, मैं अपने पिता को ख़बर देता हूँ।

[वह मालिकोंवाले कमरे में जाता है, जेम्स आता है।]

जेम्स

गुडमार्निंग!

[कोकसन से जो उसकी ओर करुणा भरी दृष्टि से देखता है।]

मुझे अफसोस है कि मैं मान नहीं सकता। मुझे ऐसा करना ही पड़ेगा। उस दरवाज़े को खोलो। [ ७० ]

[स्वीडिल आश्चर्य के साथ सहमते हुए दरवाज़ा खोलता है।]

इधर आओ, फ़ाल्डर।

[जैसे ही फ़ाल्डर झिझकता हुआ बाहर निकालता है, डिटेक्टिव जेम्स का इशारा पाकर उसकी बाहों को पकड़ लेता है।]

फ़ाल्डर

[सिकुड़ते हुए]

नहीं-नहीं-नहीं-नहीं!

विस्टर

बस! बस! तुम तो समझदार आदमी हो ।

जेम्स

मैं इस पर चोरी करने का जुर्म लगाता हूँ।

फ़ाल्डर

हुजूर, दया कीजिए एक औरत है जिसके लिये मैंने यह काम किया। मुझे कल तक के लिए छोड़ दीजिए। [ ७१ ][जेम्स हाथ का इशारा करता है। उसके उस निष्ठुर भाव को देखकर फ़ाल्डर निश्चल हो जाता है। फिर धीरे-धीरे मुड़कर अपने को डिटेक्टिव के हाथ में दे देता है। जेम्स कठोर और गंभीर होकर पीछे-पीछे चलता है। स्वीडिल लपक कर द्वार खोलता है, और उनके पीछे बाहर के कमरे से दालान तक जाता है, जब वे सब चले जाते हैं कोकसन एक बार चारों ओर घूमकर बाहर के कमरे की ओर दौड़ता है।]

कोकसन

[अधीर होकर]

सुनो, सुनो! ये सब हम क्या कर रहे हैं?

[चारों ओर सन्नाटा छा जाता है, वह अपना रूमाल निकालकर मुँह पर से पसीना पोंछता है। फिर अपनी मेज़ के पास अंधे की तरह आकर बैठ जाता है। और खाने की ओर उदास भाव से देखता है।]

[पर्दा गिरता है।]