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पृष्ठ:अद्भुत आलाप.djvu/११९

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एक हिसाबी कुत्ता

इन परीक्षाओं से यह सूचित हुआ कि इस कुत्ते में कोई

दैवी शक्ति है। इसे एक प्रकार का अंतर्ज्ञान या दिव्यदृष्टि प्राप्त है। इसी से यह दूसरे के मन की बात ही नहीं जान लेता, किंतु किए गए प्रश्नों का उत्तर भी इसे वही अदृष्ट-शक्ति बता देती है। ऐसी शक्ति हेक्टर में सचमुच ही है या नहीं, इसकी जाँच के लिये पहले से भी कठिन प्रश्न पूछे गए। यह सारी परीक्षा साइंटिफ़िक अमेरिकन के दफ़्तर में हुई। हेक्टर से पूछा गया-"हेक्टर, ९ का वर्गमूल़ बतायो।" हेक्टर ने सुनते ही घंटी बजाई। टन टन-टन। सुनकर बड़े-बड़े ज्ञानी-विज्ञानी दंग रह गए। जिस मनुष्य ने वर्गमूल का कभी नाम न सुना हो, वह भी ऐसे प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सकता, फिर कुत्ता! अतएव यह बात निश्चय-पूर्वक प्रमाणित हो गई कि हेक्टर को कोई अलोकिक शक्ति या अंतदृष्टि ज़रूर प्राप्त है। वही उससे इस तरह के अद्भुत-अद्भुत काम कराती है। यह कौन-सी शक्ति या दृष्टि है, और किस तरह कुत्तों तक को प्राप्त हो जाती है, इसका पता अमेरिकावालों को कब लगेगा, मालूम नहीं। भारत में तो ऐसे महात्मा हो गए है। और शायद अब भी कहीं-कहीं हों, जिनकी आज्ञा से भैंसे वेद-पाठ करने लगते हैं।

नवंबर, १९१४