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पृष्ठ:अद्भुत आलाप.djvu/१४२

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अद्भुत आलाप


अंधों में शिक्षा की अब इतनी उन्नति हो गई है कि उन्होंने दो साप्ताहिक समाचार-पत्र निकालने शुरू किए हैं। एक का नाम है 'वीकली समरी', दूसरे का 'ब्रेली वीकली'। इनके संपादक, लेखक और समाचारदाता सब अंधे ही हैं। वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक विषयों में इँगलैंड और अमेरिका के सामयिक पत्रों और पत्रिकाओं में जो उत्तमोत्तम लेख निकलते हैं, वे काटकर अलग एक पुस्तक में रक्खे जाते हैं। फिर वह पुस्तक अंध-लिपि में नक़ल की जाती है। और अंधों के पुस्तकालय में रक्खी जाती है। उसे अंधे बड़े चाव से पढ़ते हैं, और दुनिया में क्या हो रहा है, इसे अच्छी तरह जानकर अपने समाचार-पत्रों में अपने विचार प्रकट करते हैं, मुख्य-मुख्य बातों की आलोचना करते हैं, और कभी-कभी ऐसे-ऐसे लेख निकालते हैं, जिन्हें पढ़कर चक्षुष्मान् आदमियों को आश्चर्य होता है। अंधों ने इँगलैंड में एक क्लब भी स्थापित किया है। उसके मेंबर, अमेरिका और योरप के भिन्न-भिन्न देशों में रहनेवाले अंधों से 'एस्परांटो' भाषा में पत्र-व्यवहार करते हैं। अंधों पर कनाडा, आस्ट्रेलिया और अमेरिका की गवर्नमेंटों की विशेष कृपा है। इन देशों में अंधों के पत्र आदि डाक द्वारा मुफ़्त भेजे जाते हैं।

अंधों को संगीत से स्वभाव ही से कुछ अधिक प्रेम होता है। यह बात हमने इस देश के अंधों में भी देखी है। कई अंधों को हमने बहुत अच्छा तबला और सितार बजाते और गाते देखा