पृष्ठ:अप्सरा.djvu/१२१

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अप्सरा आदमी बतलाए, और गिरफ्तार करा दे। राजकुमार की रक्षा के लिये मैं और कई आदमियों को छोड़कर गिरफ्तार हो गया। मैं जानता था कि तुम मुझे नहीं पहचानती, इसलिये मैं छूट जाऊँगा । राजकुमार की गिरफ्तारी की वजह भी समझ में नहीं आ रही थी।" _____ कनक ने बतलाया कि उसी ने, अपनी सहायता के लिये, राजकुमार को गिरफ्तार करने का कुवर साहब से आग्रह किया था। ___धीरे-धीरे गाँव नजदीक आ गया । कनक ने थककर कहा "अभी कितनी दूर है " "बस आ गए।" "आपने अभी नाम नहीं बतलाया।" ____“मुझे चंदन कहते हैं। हम लोग अब नजदीक आ गए । इन कपड़ों से गाँव के भीतर जाना ठीक नहीं । मैं पहले जाता हूँ, भाभी की एक साड़ी ले आऊँ, फिर तुम्हें पहनाकर ले जाऊँगा । एक दूसरे कपड़े में तुम्हारे ये सब कपड़े बाँध लूँगा। घबराना मत । इस जंगल में कोई बड़े जानवर नहीं रहते। ___कनक को ढाँढस बँधा चंदन भाभी के पास चला। वहाँ से गॉव चार फलीग के करीब था।थोड़ी रात रह गई थी। दरवाजे पर धका सुनकर तारा पलँग से उठी। नीचे उतरकर दर- वाजा खोला । चंदन को देखकर चाँद की तरह खिल गई-"तुम श्रा गए ? लेहार्थी शिशु की दृष्टि से भाभी को देखकर चंदन ने कहा- "भाभी, मैं रावण से सीता को भी जीत लाया ।" तारा तरंगित हो उठी।-"कहाँ है वह ?" ____ पीछेवाले जंगल में । बँगले से खाई तैराकर लाया। वहाँ बड़ी खराब स्थिति हो रही थी। अपनी एक साड़ी दो बहुत जल्द, और एक चादर ओढ़ने के लिये, और एक ओर उसके कपड़े बाँधने के लिये। तुरंत एक अच्छी साडी और दो चट्टर निकालकर चंदन को देते हुए