पृष्ठ:अप्सरा.djvu/३७

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अप्सरा

अप्सरा ही राज्य भी उन्हें मिल जायगा; कारण, उसकी मा की जायदाद पर उसी का अधिकार है। कैथरिन ने कहा-"मिस, एक गाना सुनाओ, ये मि० हैमिल्टन पुलिस-सुपरिटेंडेंट, २४ परगना, हैं, तुमसे मिलने के लिये आए हैं।" कनक ने उठकर हाथ मिलाया । साहब उसकी सभ्यता से बहुत प्रसन्न हुए। ___ कनक ने कहा- हम लोग पृथक-पृथक् श्रासन से वार्तालाप करेगे, इससे आलाप का सुख नहीं मिल सकता। साहब अगर पतलून उतार डालें, मैं उन्हें धोती दे सकती हूँ, तो संग-सुख की प्राप्ति पूरी मात्रा मे हो । कुर्सी पर बैठकर पियानो, टेब्ल हारमोनियम बजाए जा सकते हैं, पर आप लोग यहाँ हिंदोस्तानी गीत ही सुनने के लिये आए हैं, जो सितार और सुर-बहार से अच्छी तरह अदा होंगे, और उनका बजाना बराबर जमीन पर बैठकर ही हो सकता है।" कनक ने अँगरेजी में कहा । कैथरिन ने साहब की तरफ देखा। नायिका के प्रस्ताव के अनुसार ही उसे खुश करना चाहिए, साहब ने अपने साहबो ढर्रे से समझा, और उन्हें वहाँ दूसर प्रेमियों से बढ़- कर भी अपने प्रेम की परीक्षा देनी थी। उधर कैथरिन की मौन चितवन का मतलब भी उन्होंने यही समझा । साहब तैयार हो गए। कनक ने एक धुली ४८ इंच की बढ़िया धोती मँगा दी । साहब को कैथरिन नेधोती पहनना बतला दिया। दूसरे कमरे से साहब धोती पहन आए, और कनक के बराबर, गढ़ी पर, बैठ गए; एक तकिए का सहारा कर लिया। कनक ने सुर-बहार मँगवा लिया। तार स्वर से मिलाकर पहले एक गत बजाई । स्वर की मधुरता के साथ-साथ साहब के मन में उस परी को प्राप्त करने की प्रतिक्षा मी दृढ़ होती गई। कैथरिन ने बड़े स्नेह से पूछा-"यह किससे सीखा ?-अपनी मा से १" “जी हाँ।" कनक ने सिर मुक्का लिया। ___ "अब एक गाना गाओ, हिंदोस्तानी गाना; फिर हम जायेंगे, हमको देर हो रही है।