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पृष्ठ:अमर अभिलाषा.djvu/२३०

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अमर अभिलाषा- का - मानती ने उस कमरे में पलंग के सिरहाने रक्खी हुई एक चिलमची उठाकर पूरे वेग से काली वावु के सिर पर दे मारा ।