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पृष्ठ:अयोध्या का इतिहास.pdf/२५८

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अयोध्या का इतिहास

उदाहरण मिस्टर पार्जिटर ने दिये हैं। जैसे टामील भाषा में इडुम्बी का अर्थ है "गर्बीली स्त्री"। यही नाम उस स्त्री का था जो संस्कृत में हिडिम्बा कहलाई।

आजकल हनूमान को टामील में अनुमण्डम कहते हैं जिससे प्रकट है कि टामील में संस्कृत का "ह" गिर जाता है।

इससे यह सिद्ध होता है कि श्री हनूमान दक्षिण देश के प्राचीन निवासी थे और उनका असली नाम आणमंडी था जिसका अक्षरार्थ लेकर संस्कृत में वृषाकपि[] बनाया गया और संस्कृत रूप हनुमंत हुआ।

हम यहां इतना और कहना चाहते हैं कि प्राचीन यूरप में एक असभ्य लड़ाकी जाति बंडल (Vandal) थी जिसके आक्रमणों से रोम-साम्राज्य छिन्न-भिन्न हो गया। बन्दर और बंडल शब्द बहुत कुछ मिलते जुलते हैं। बच्चे बहुधा बन्दर को बंडल कहते हैं।


  1. आधुनिक संस्कृत में वृषाकपि के अनेक अर्थ हैं, इन्द्र, शिव, विष्णु आदि।