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पृष्ठ:अहिल्याबाई होलकर.djvu/७८

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सातवाँ अध्याय ।
अहिल्याबाई और तुकोजीराव होलकर ।

हम पिछले अध्याय में कह आए हैं कि अहिल्याबाई ने तुकोजीराव को अपनी निजी सेना का सेनानायक बनाया था। तुकोजीराव और मल्हारराव होलकर का कुछ संबंध था अथवा नहीं, यह कहना कठिन है। इसका निर्णय स्वयं पाठकों पर ही हम छोड़ देते हैं। परंतु जो कुछ प्रमाण मिले हैं उनसे यही सिद्ध होता है कि तुकोजीराव का कुछ संबंध होलकर घराने से था। वह इस प्रकार है—

(१) मालकम साहब, लिखते हैं कि यह सरदार (तुकोजीराव) होलकर घराने के कारिंदे का दादा था। वह दीवान तथा अन्य मनुष्यों से सदा कहा करता था कि मैं मल्हारराव होलकर का एक निकट संबंधी हूँ। परंतु यह सत्य प्रतीत नहीं होता है।

(२) होलकर घराने की वंशावली में, जो हम को श्रीयुत पंडित पुरुषोत्तम जी की लिखी हुई पुस्तक से प्राप्त हुई है, सूबेदार मल्हारराव और तुकोजीराव का संबंध मिला हुआ जान पड़ता है। वह इस प्रकार है।

मल्हारजी

महादजीहिंगोजी
सवाजी खंडोजी