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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/१५४

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आर्थिक भूगोल

. आर्थिक भूगोल संसार में श्रोट ( Outs ) की कुल पैदावार ६४ लाख टन के लगभग है। स, गेहूँ और जौ की ही माति एक अनाज है जो भूमि गेहूँ की खेती के लिए उपयोगी न हो उस कम उर्वरा भूमि में रई की रई ( Bye) जई पैदावार खूब होती है। मध्य योरोप रई का घर है. किन्तु उत्तर में इसकी पैदावार बहुत कम हो जाती है क्योंकि रई का पौधा कोहरे युक्त जलवायु में उत्पन्न नहीं हो सकता । रई यद्यपि देखने में गेहूँ की ई। भाति होती है परन्तु इसका मूल्य गेहूं से बहुत कम है इस कारण उग्जाऊ भूमि पर तो गेहूँ उत्पन्न किया जाता है, और कम अजाऊ भूमि पर रई की खेती होती है। रई गेहूँ से भी अधिक ठंडे जलवायु.में पनप सकती है। किन्तु रई को जल की गेंहूँ से अधिक आवश्यकता होती है। गई योगेपीय देशों का मुख्य भोजन है। किन्तु इसका उपयोग केवल उन्हीं प्रदेशों में होता है जहाँ कि ग्रामीण जनता धनी नहीं है। नई की गेटी अधिकतर मध्य योरोप, नावे स्वीडन तथा रूस में खाई जती है। संमार में सबसे अधिक रई रूस में उत्पन्न होती है। रूस के और पोलैंड रई उत्पन्न करने वाले देशों में मुख्य हैं। योरोप के बाहर रई बहुत कम उत्पन्न होती है केवल संयुक्त राज्य अमेरिका की रियासतों में ही ोड़ी रई उत्पन्न होती है । रई का भूसा पशुओं के खाने के काम में नहीं श्राता । हो रई का उपयोग पशुओं के खाने में अवश्य बढ़ रहा है। रई अधिकतर स्थानीय आवश्यकता को पूरा करने के लिए ही उत्पन्न की जाती है, अतएव इसका व्यापार नहीं होता। रई (Rye ) जई की पैदावार बाद जर्मनी २१० (लाख टनों में) सोवियत रूस भारत संयुक्तराज्य अमेरिका ६७० जापान चीन ६४० पोलैंड जरमनी फ्रांस टी २३. जैकोस्लावाकिया कनाडा २२० इराक संसार में नई की कुल उत्पत्ति ४५०० लाख टन से अधिक है। ... ... ... ... १३० १३० ११०