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आर्षिक भूगोल : • . आरारोट कतिपय गरम देशों के पौधों की जड़ों से प्राप्त किया जाता है। इसकी पैदावार मुख्यतः वेस्ट इंडीज़, ईस्ट इंडीज़ आरारोट नैटाल, कीन्सलैंड और बगाल में होती है। (Arruwroot) आल का उपयोग सर्व व्यापी है। संयुक्तराज्य अमेरिका तथा योरोप के देशों में तो यह भोजन का. मुख्य अंग ही है, किन्तु भालू 'भारतवर्ष तथा चीन जैसे गरम देशों में भी बाल बहुत खाया जाता है । बालू का मूलस्थान अमेरिका है। मैक्सिको के पहाड़ी प्रदेश में आज भी यह जंगली अवस्था में पाया जाता है। भोजन में अनाज के उपरान्त यदि कोई महत्वपूर्ण वस्तु है. तो वह आलू है; इसी कारण इसकी पैदावार प्रत्येक देश. में होता है।
- आलूभिन्न जलवायु में उत्पन्न हो सकता है । जहाँ अलास्का के ठंडे
प्रदेश में आलू की अच्छी पैदावार होती है. वहाँ भारतवर्ष जैसे गरम देश में भी इसकी पैदावार होती है। आलू की खेती के लिए गेहूँ उत्पन्न करने वालो भूमि अधिक उपयोगी है, परन्तु आलू में एक विशेषता है कि वह कम उपजाऊ भूमि पर भी उत्पन्न हो सकता है । हाँ आलू के लिए अधिक मटियार भूमि उपयोगी नहीं होती। भालू ठहे से ठंडे अर्थात् ध्रुव प्रदेश (Polar Regions ) और ऊष्ण प्रदेशों (Tropics ). सभी में एक समान उत्पन्न होता है। पालू की फसल और की अपेक्षा बहुत अधिक होती है। प्रति एकड़ भूमि में बाल गेहूँ से पांच गुना अधिक उत्पन्न होता है। किन्तु बालू की स्त्रेती में परिश्रम अधिक करना पड़ता है। साथ ही बालू में कीड़ा बहुत जल्दी लग जाता है । योरोपीय देशोंमें बालू एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ है। पूर्वीय जर्मनी, और आयरलैंड के निवासियों का तो यह मुख्य भोजन है। भोजन के अतिरिक्त इसका उपयोग स्टार्च (Starch ) तथा एलकाहल ( Alcohol ) यनाने में भी किया जाता है। भारतवर्ष में बालू का उपयोग सन्जी के रूप में करते हैं। बालू का अब पाटा भी तैयार किया जाने लगा है। भविष्य में संम्भव है कि बालू का आटा गेहूँ और चावल से प्रतिद्वन्दवा करने लगे। अभी तो जर्मनी का छोड़कर और कहीं इसकी रोटी नहीं बनाई जाती है। आयरलैंड में तो बाल ही मुख्य भोजन है, यदि किसी कारण वहाँ बालू की फसल नष्ट हो जाती हे.तो वहा अकाल पड़ जाता है। बाल उत्पन्न करने वाले देशों में जर्मनी, 'आयरलैंड शास्ट्रिया हंगरी, रूस, मास, संयुक्तराज्य अमेरिका, कनाडा, इंगलैंड, जेकोस्लावाकिया और -