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आर्थिक भूगोल

१६६ आर्थिक-भूगोल करने में सफलता मिल जाने से कठिनाई दूर हो गई। यह कपास Sen-Island Cotton की जैसी अच्छी नहीं होती किन्तु शीघ्र पक जाने के कारण इसमें कीड़ा नहीं लग पाता । जब से बाल-वाविल ( Boll- Weevil ) ने Sen Island Cotton की खेती को चौपट कर दिया तब से इसकी पैदावार केवल कुछ द्वीपों ( Islands ) में ही सीमित है। अब Sen Island Cotton की खेती चार्ल्सटन बन्दरगाहों के समीप जेम्स, ऐडिस्टो, और- सेंट जोन्स. नामक द्वीपों में तथा पश्चिमीय द्वीप समूह (West Indies ) के पोटेंरिको ( Porto Rico ) इत्यादि द्वीपों में ही होती है। अब इसकी पैदावार दस हज़ार गांठों से अधिक नहीं होती। दुर्भाग्यवश बाल वीविल कीड़ा इस कपास को हर समय लग सकता है। इस कारण इसकी पैदावार बढ़ाई नहीं जा सकती । कीड़ा लगने से पहले संयुक्तराज्य अमेरिका में इसकी बहुत पैदावार होती थी किन्तु अब तो बहुत कम हो गई है। Sea- Island Cotton को फूल १३ इंच से २३ इंच तक लम्बा होता है । इस कपास से घटकर ईजीप्ट ( Egypt) की साकेल ( Sakel ) और जैनाविच (Jonnovich ) जाति की कपास लम्बाई के लिए प्रसिद्ध हैं। ऊपर दिये हुए प्रदेशों के अतिरिक्त नई और पुरानी दुनिया के सभी देशों में ऊँचे प्रदेश वाली कपास ( Uplund Cotton ) उत्पन्न की जाती है जिसकी लम्बाई एक इंच के लगभग होती है। लम्बाई के आधार पर कपास को हम तीन जातियों में बांट सकते हैं (१) लम्बी कपास ( Long Staple ) जिसके फूल की लम्बाई १३" इंच से २३" इंच तक हो । (२) मझोल कपास ( Medium Staple ) जिसके फूल की लम्बाई १" इंच से १३" इंच तक होती है । (३) छटी कपास ( Short Staple ) जिसकी लम्बाई १" इंच से कम होती है। मझोल कपास ( Medium Staple) संयुक्तराज्य अमेरिका, 'ईजीप्ट तथा अन्य अफ्रीकन प्रदेशों में उत्पन्न होती है। छोटी कपास ( Short Staple ) उन देशों में उत्पन्न होती है जहाँ वर्षा अधिक होती है। भारतवर्ष की कपास छोटी जाति की ही होती है। यहां की कपास की लम्बाई लगभग आध इंच है। यही नहीं कि भारतवर्ष की कपास की लम्बाई कम है यह मुग्लायम और चिकनी भी नहीं होती। छोटी कपास से घटिया और मोटा वन ही तैयार किया जाता है। हा घटिया कपास को अच्छ। कराह में मिलाकर बारीक और सुंदर वच बनाने का सफन्न प्रयत्न किया गया है। जापान में यह मिलाने की कला बहुत उन्नति कर गई है । वात यह है कि प्रतिद्वन्द्रिता के कारण प्रत्येक देश सरते दामों पर कपड़ा बेचना चाहता है