पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/१८६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
१७६
आर्थिक भूगोल

आर्थिक भूगोल । १७६ मूंगफली सूखे प्रदेशों में अधिक उत्पन्न होती है। इसकी उत्पत्ति भारतवर्ष, पश्चिमी अफ्रीका, पश्चिमीय द्वीप समूह मूंगफली का तेल (West Indies ) सुदान (Sudan) मलाया, ( Ground-nut अरजनटाइन तथा संयुक्तराज्य अमेरिका में अधिक होती Oil) है। मूंगफली का तेल साबुन बनाने के काम में आता है। यह अधिकतर योरोप तथा भारतवर्ष में उत्पन्न होता है। इसका तेल मशीन के पुर्जों को चिकनो करने के लिए डालते हैं, लही का तेल कहीं कहीं यह जलाया भी जाता है। (Rape Seed ) यह जाड़े में पैदा होता है। इसमें तेल बहुत निकलता है। इसकी पैदावार ईजिष्ट ( Egypt ) भारतवर्ष, एशिया- तिल का तेल मायनर, केनिया ( Kenya) उगंडा ( Uganda) (Sesamum ) पश्चिमी अफ्रीका, ब्राज़ील, मेक्सिको और पश्चिमी द्वीप समूह में बहुत उत्पन्न होता है। तिल के तेल का साबुन बनाने में उपयोग होता है। सरसों भारतवर्ष में बहुत उत्पन्न होती है । इसके लिए गेहूँ का जलवायु तथा भूमि अनुकूल पड़ती है। सरसों का तेल बहुत सरसों का तेल उपयोगी है। रोशनी करने में, खाने में, तथा साबुन (Mustard oil) बनाने में इसका उपयोग होता है। यहां से प्रतिवर्ष करोड़ों रुपयों की सरसों मुख्यत:फ्रांस को भेजी जाती है। विनोले तथा सन के बीजों का तेल (देखो कपास तथा सन का विवरण) यह सोयाबीन के बीच से निकाला जाता है। इसकी पैदावार अधिकतर मंचूरिया, चीन और जापान में होती है सोयावीन का तेल इसका उपयोग स्वर के स्थान पर तथा साबुन बनाने (Soya Bean oil) में होता है । अभ्यास के प्रश्न १-चुकन्दर ( Beet ) और गन्ने की पैदावार के लिए किस प्रकार की भौगोलिक परिस्थिति आवश्यक है। इनकी पैदावार कहाँ होती है।