पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३७७

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आर्थिक भूगोल

. ३६६ आर्थिक भूगोल भारत का समुद्र तट कटा हुआ नहीं है और न तट के पास बहुत से छोटे छोटे द्वीप ही हैं इस कारण भारत के समुद्र तट भारत का समुद्र पर अधिक प्राकृतिक बंदरगाह नहीं हैं। समीप का. तटवर्ती समुद्र छिछला चौरस और रेतीला है इस कारण उस पर अच्छे बंदरगाह अधिक नही हैं। कच की खाड़ी खम्भात की खाड़ी, पाकजलडमरूमध्य, मैनार की खाड़ी, और . गंगा के डेल्टा पर ही समुद्र तट कटा हुआ है। यह सब छिछली हैं इस कारण उनकी बराबर मिट्टी निकालते रहने की आवश्यकता होती है तभी वह जहाजों के ए लिउपयोगी हो सकते हैं। जहाँ तक क्षेत्रफल का प्रश्न है भारतवर्ष संसार के सबसे बड़े देशों में है। एशिया में तो वह निश्चय ही सबसे बड़ा देश है । हम यहाँ एशिया के कुछ बड़े देशों का क्षेत्रफल देते हैं :- भारतवर्ष १६ लाख वर्ग मील सायवेरिया १६ चीन (खास) मंगोलिया " " योरोपीय रुम 29 99 39 ) 59 11 13 " 31 " अन्य महाद्वीपों में ७५ लाख वर्ग मील कनाडा ब्राजील ३२ संयुक्तराज्य अमेरिका २६ • आस्ट्रेलिया २६ भारतवर्ष के क्षेत्रफल के सम्बन्ध में एक बात ध्यान देने की है कि यहाँ अधिकांश भूमि मनुष्य के उपयोग में आती है किन्तु स और कनाडा का बहुत सा भाग मनुष्य के लिए व्यर्थ है। आस्ट्रेलिया का अधिकांश भाग मरुभूमि है और ब्राजील का अधिकांश भाग सघन वनों से आच्छादित है। संयुक्तराज्य अमेरिका में भी पश्चिमी रियासतों में लाखों एकड़ भूमि मरुभूमि हैं। इस दृष्टि से भारत का क्षेत्रफल यथेष्ट है और जहाँ तक भूमि का सम्बन्ध है भारत संसार के प्रमुख देशों में है। जहाँ तक जनसंख्या का प्रश्न है चीन को छोड़कर भारत की जनसंख्या संसार में सबसे अधिक है। चीन की जनसंख्या के बारे में अभी तक निश्चय