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आर्थिक भूगोल

- vai आर्थिक भूगोल भारतवर्ष में प्रति एकड़ कपास की पैदावार बहुत कम अर्थात् १० पौंड के लगभग है। जिन प्रदेशों में सिंचाई की सुविधा है वहा- प्रति एकड़ कपास अधिक उत्पन्न होती है और जहां सिंचाई की सुविधा नहीं है वहाँ कपास बहुत कम उत्पन्न होती है । परन्तु भारतवर्ष में अधिकांश कंपास की फसल सींची नहीं जाती क्योंकि जहां सिंचाई की सुविधा है वहाँ कपास अधिक नहीं होती । काली कपास वाली मिट्टी के प्रदेश में कपास की फ़सल सींची नहीं जाती-। पंजाब, संयुक्तपान्त, सिंध तथा दक्षिण पूर्वी मदरास में अधिकतर 3 Jute कपास की फसल सींची जाती है। किन्तु उत्तर का जलवायु कपास के लिए उतना उपयुक्त नहीं है जितना कि प्रायद्वीप का । भारतवर्ष की अधिकांश कपास बाहर भेजी जाती है। किसी किसी वर्ष तो १० प्रतिशत कपास बाहर भेज दी जाती है। भारतीय मिलें सब कपास को नहीं खपा सकतीं । जापान भारतीय कपास का प्रमुख ग्राहक है । जापान के अतिरिक्त जर्मनी, वैलजियम और फ्रांस भी भारतीय कपास को मंगाते हैं। संसार में भारतवर्ष ही ऐसा देश है जो जूट उत्पन्न करता है। यह