-- २ .. 1 .४६२ धार्षिक भूगोल हिन्दोस्तान के पूर्वी प्रान्तों में मछली बहुत-खाई जाती है। इन प्रान्तों में मछली की मांग इतनी अधिक है कि वह पूरी नहीं होती । बंगाल में नदियों, तालाबों और झीलों में बहुत मछली उत्पन्न होती है । -बंगाल में लगभग ८ लाख श्रादमी इस धन्धे में लगे हुये हैं। कुछ वर्षों से--बंगाल में धीरे धीरे मछलियों की कमी होती जा रही है। बंगाल: में समुद्री मछलियों बहुत कम पकड़ी जाती हैं । इस समय जो मछलियों की उत्पत्ति कम हो रही है उसका मुख्य कारण यह है कि भागीरथी, जलांगी, मधुमती, मात्रभंगा, तथा गंगा की धारायें रेती से पटती जा रही हैं, इसका प्रभाव:
- मीलों भी
पड़ता है। तालाबों में मछली, पैदा करने का ढंग पुराना और ख़राब है। 'मछुवारे छोटी नवजात मछलियों को भी पकड़ लेते हैं इस कारण ‘मछलियाँ कम होती जा रही हैं। बंगाल में हिलसा, रोहू, कटला; भिग्रेल, प्रान, शम्पस, नदियों में तथा बेकती, और मुलेत, नदियों के मुहाने में मिलने वाली मुख्य मछलियां हैं।
- समुद्र की मछलियां अधिकतर, भदरास के...समुद्रतट पर . पकड़ी - जाती
हैं.1 मदरास का. १७५०.मील.लम्बा तट छिछले समुद्र के समीप होने के कारण मछलियों का भण्डार है। मदरास के समुद्रतट पर: एक लाख से अधिक मनुष्य इस धंधे में लगे हुये हैं.1. सारडिन :(.Sardines.): मैकेरेल (Mackarel) cq (Jew) 1992:(Promfret) #2 (Cat-fish) रिबनफिश (Ribbon-fish) गागिल्स: (. Goggles :) और सफ़ेद.पेट वाली मछलियाँ (. Silver bellies ) वहाँ की मुख्य मछलियां हैं। साडिन तो वहाँ इतनी अधिक पकड़ी जाती है कि उसका उपयोग तेल बनाने और खाद के लिए मी होता है। मदरास, मछली; विभाग: मछली पकड़ने वालों को मछली पकड़ने का आधुनिक. ढंग, तेल: निकालना, तथा उनको सुरक्षित रखना इत्यादि आवश्यक बातें सिखाता है। इसके लिए मछली विभाग ने स्कूल खोले हैं। '. बम्बई के समुद्र तट पर भी बहुत से मछुआरे मछली पकड़ने का धन्धा करते हैं | बम्बई का समुद्र तट अच्छा है और वहां मौसम भी अच्छा रहता है, इस कारण वहाँ मछली पकड़ने की अधिक सुविधा है। प्रामफ्रेट (Promfret ) सोल (Soles ) सी पर्च :(. Sea Perches ) यहाँ मुख्य मछलियाँ हैं | बम्बई के मछुये अपनी नावों पर एक सप्ताह की खाने का सामान लेकर समुद्र में मछली पकड़ने चले जाते हैं। कभी कभी ये हस्तों समुद्र पर ही मछली पकड़ते रहते हैं । सिंघ में मछलियां नदियों में पाई जाती हैं, किन्तु करांची के समुद्र तट पर मछलियो अधिक नहीं मिलती। -