पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/५७२

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भारत की जनसंख्या

भारत की जनसंख्या छोटानागपूर, बस्तर और उड़ीसा के सूखे प्रदेशों में धावादी बहुत ही बिखरी हुई है। गंगा की घाटी में. जनसंख्या जैसे जैसे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़िये घटती जाती है क्योंकि वर्षा की मात्रा उत्तर-पश्चिम की ओर घटती जाती है। किन्तु उत्तर-पश्चिम में भी जहाँ सिंचाई के साधन उपलब्ध हैं जनसंख्या धनी है। गंगा की घाटी के डेल्टा प्रदेश में जनसंख्या बिखरी है क्योंकि वह । दलदल और नम है। सिंध नद को घाटी में जनसंख्या डेल्टासे उत्तर की ओर अधिक धनी होती जाती है क्योंकि उत्तर की ओर वर्षा अधिक है। पंजाब में हिमालय के निकटवर्ती प्रदेश में जहाँ वर्षा अधिक है और सिंचाई के साधन भी प्रचुर मात्रा में हैं जनसंख्या घनी है। पश्चिमीय पंजाब में जहां पहले जनसंख्या प्रायः नहीं के बराबर थी नहरों की कृपा से अब साधारयातः धना श्राबाद है । प्रायद्वीप में तटीय मैदानों को छोड़कर जनसंख्या प्रायः बिखरी है। इसका कारण यह है कि वहाँ का धारातल ऊबड़-खाबड़ है और अधिकांश भाग बनों से घिरा है। मा० भू०-७१