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आर्थिक भूगोल

श्राधिक भूगोन घनी अथवा बिखरी होना निर्भर है और वह है. "जीवन विवाह के साधन संसार के प्रत्येक देश में जनसंख्या का धनत्व मुख्यतः जीवन निर्वाह के सांधनों

पर ही निर्भर रहता है।

. भारतवर्ष क्योंकि कृषि प्रधान देश है और भारत को अधिकांश जन संख्या के निर्वाह का साधन कृषि है इस कारण भारतवर्ष में जनसंख्या उन प्रदेशों में बहुत धनी है जहाँ खेती के लिए अच्छी सुविधायें हैं और उन प्रदेशों में बिखरी है जहाँ खेती के लिए सुविधायें कम हैं। यदि. भारत की जनसंख्या के चित्र को देखा जाये तो स्पष्ट ज्ञात हो जावेगा कि भारत में धनी आबादी वाले प्रदेश नीचे लिखे हैं:- (१) गंगा . की घाटी प्रदेश (२) दक्षिण में नदियों के डेल्टा प्रदेश (३) दक्षिणी पश्चिमीय तटीय प्रदेश जिसमें ट्रावनकोर और कोचीन सम्मिलित हैं। ट्रावनकोर, कोचीन, तथा बंगाल और आसाम के कुछ जिलों में बहुत घनी आबादी (१००० मनुष्य प्रति वर्ग मील से ऊपर.) है। हिमालय के पहाड़ी प्रदेश, राजपूताना और सिंघ की मरुभूमि, तथा