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आर्थिक भूगोल

प्राषिक-भूगोल : उत्तरी गोलार्द्ध के उत्तर में सदा हरे भरे वनों का अत्यन्त . प्रदेश है । इन वृक्षों की पत्तियां सूई के समान .. शीत शीतोष्ण होती हैं, और वृक्षों की लकड़ी नरम होती है। संसार कटिबन्धीय कानि- में सबसे अधिक मूल्यवान लकड़ी इन्हीं वनों में फेरस वन मिलती है। पाईन, स्प्रूस, फर, इत्यादि वृक्ष इन्हीं (Cold वनों में पाये जाते हैं। इन वन प्रदेशों में वर्षा न Temperate होकर हिम गिरता है। इन वनों के पशुओं के बाल Coniferous लम्बे और कोमल होते हैं जिससे उनकी शीत से forests) रक्षा होती है। जाड़े में यहाँ वृक्ष काट कर गिरा दिये जाते हैं और बर्फ पर जमा कर दिये जाते हैं। जब बर्फ पिघलती है तो पानी इस लकड़ी को बहाकर नदी में ले जाता है। O EEREvergreen Forest मानसून प्रदेश के वनों के सम्बन्ध में लिखते हुए बतलाया गया है कि जहां वर्षा कम होती है वहाँ वृक्ष भी छोटे और कम

ऊण तथा
 

हो जाते हैं, और वह गुल्म भूमि (Serubland )

शीतोष्ण
 

में परिणत होकर अन्त में मरुस्थल बन जाते हैं।

रेगिस्तान
 

मरुस्थल पर कहीं-कहीं छोटी घास तथा कहीं कहीं

वहत छोटी-छोटी माड़ियाँ होती हैं। कुछ रेगिस्तान ऐसे भी हैं जहाँ कुछ नहीं उगता । रेगिस्तान के पौधे बहुत तरह से जल को इकट्ठा करते हैं। कुछ पौधों की जड़ें बहुत लम्बी हैं जिनके द्वारा पौधा गहराई से जल खींचता है। कुछ पौधों की पत्तियों और डंठल पर मोम की