पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२७१

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भासमगीर "सफरम, औरतें, पम्प, दाएबान और प्रवरा, श्व पशाबासरा "मतदा प्रभी र, म ते हो?" मुका यामारे ने प्रॉन पोली। उत्तमे का-काला पानी पाप से एक पार "यह सत" उसमे बोरगाहप में दिया और पोछे र गया" "रमिभावा "मुना-पेपरों की तरह बार-बोर से ।" औरंगा मे पारणा व परी ली और 40-"मा प्रमी पम् बहरी मरके और परने प्रेग गए है।" उनमे पास्तीन से एकप्रपन निकास रमा-'पा फर्मान को और ममी बार मागरे विवागमपारो और यार तमाम रयानो पर मुस्तैद पारा बैठा दो। बगैर हमारे ती पनि त पा माल-प्रसय पार बारमबाने पाएँ न माने पाएँ। बामो " मरम्मद मस्तान ने सुपर काम शिवा और काम प्रोपता गया। अब उसने एखबाराकोमोर रख दिया। उसने मा- "पतवर नों, म म पर सबसे मारा बोखिम का भारी मापना चारवा "गुलाम बोलिएमत ती भावगी उसे पा पार कर मी पूर्ण योगा " एवचार लाने का। औरंगा-"हमें तुमसे ऐसी उम्मीद है। नीम हमाम फिमा वारि गो- परत पासा बानापम मालदरा में राम में लीपन से। लेकिन पामत् भादमियों ने पार निकात दो और नार रखो कराई मारमी का पैमाम विच विस्मथ प्रदर म पचये पार "