पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२७९

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२५४ प्राहमनीर मुख्य दो सभ किया गया है। बरठ शापारा प्रोग्राम में छत इमन कोई तर ही बालीमार पसार यानयोनी की रस्म पूरी मजपिए-बिसम हम होगों की मुगरेर भा." दूसरे अमीर मे -"हुनर के मुख की कार इनकर दूर से मार तयारको और गुनी होगों का ठर पमा सपा,बो हुए भी पानी और दरियापिकी से पाकि, पेपहीबकी उम्मीद बगाए बैठे है और इममोग-यो हुन् निसार गुलाम1- पानी परक दिन की प्रास में पापम निकास होतो समारी साहा मुरादरमाएँगी।" पापलूसी श्री इन बातों को सुनकर मुगर बटुप राय दुमा । पर उनसे अनेक पारेरने भगा । एक मुलगारिसमा "मामीमा कोपिनाही वारपोशी लिए बार प्रया गया, गुलाम अभी रेसर मावा। पुमे खलिटी मया पौर में पारंपती भीमा पार पा लिया पण । नाने से कपर एक मुमारी काम से उगमा--बोपी की बीमोपा का से पुर-पुपर पापना इस्तपाल राtm परे मुपाहिब मेमा- "ौरवरामी बिना बोराची रममे प्रावणी रेला, न पाने व से लाए गए । उनी ती सबपर दो मासा परवसमामे में मीनीची गई पौ।" तीसरे मे 1- "म यो वन पोहो पर बिना पिनकी पापाप पानपर इन पाँचो मारेला।इएवारी के लिए ग्रेडा पापा। उभिए विठी मेरे पा ऐवा बार" मुराद में नरमान "बाई मारे माई मेमोमिन, पुरमत और समाचार है और भाप लोगों ने हमारी रिवाई समपान परना