पृष्ठ:आलमगीर.djvu/६२

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महान् साम्राम्प मुगस सामाम्म में बीस रोग ये कार में रस्म होते थे। भैर, नबरानों और मुनप्परिक मदो भार पृषक की। मारणारे तास मातार | करोड सा पी। इसी से बारणा का निसर्ग पावापा। बादया वय-समझ कर बर्ष परवा था और उसने अपने गग्पाको पानीस साल बिना ई-मिलाई पिर शिवार । इससे बचना दौलत उसके समाने में दी गई थी। उसके समाने में सोमती बागवा-यापरी रो-र पड़ेगवे पबिनी कीमत सपे थी। इसलिादाबणे रूपये मूल्य मागवात्सरे, शारवादियो। पाठ । बाया मे सू काश्मिको, वा सामाम्म में सबसे बड़ा पगार पा-या हुाम दिया था कि कोई बीमती और असाधारण व वा विदेशी लान्यादी लगाने के लिय प्रारय वर्गम मिलेगा। परिवार सोने-कोसीकीसानो पता नहीं लगा पा र मोवाया समान में सानेबादी के प्रपर लगे । शाहय मुगल बादशा पासपम र शनिबाई अमीर उमरा मर गाय पात समावि शाहीनमाने में दाबितरही बाठी थी। इन म समर पनराम शादीने में पानी पी। पागारोबारम अमीर उमरा स मिलती थी, उसे वापरने नमाने में ना मा पा पर हमारे लिए उसर पतराने 4}एसने लिए एसोसिर । नगराने प नामरामा और पगबात भी। मैं प पानोपह सरि समाई नगरपुर और गोसाईटी फर थी। ना पेप में मंगममर परत मम्मे । पतराने पाये से पर देना र बहन म दिन पर माशEमें प्रतिनि गधन में गमय सिरोपमावा पाय पर