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पृष्ठ:उपयोगितावाद.djvu/३४

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दूसरा अध्याय।

उपयोगितावाद का अर्थ।

बहुत से यथेष्ट ज्ञान न रखने वाले भूल से यह मान लेते हैं कि उपयोगितावादी उपयोगिता शब्द को संकुचित तथा बोलचाल के अर्थ में-जिस में उपयोगिता शब्द आनन्द का विरोधी है-लेते हैं। कैसे आश्चर्य की बात है कि दूसरी ओर कुछ मनुष्य उपयोगितावाद पर इस से उल्टा आक्षेप करते हैं। वे कहते हैं कि उपयोगितावादी प्रत्येक बात का आनन्द-एकमात्र आनन्द-ही की दृष्टि से विचार करते हैं। जिन्होंने इस विषय पर कुछ भी विचार किया है वे जानते हैं कि एपीक्यूरस (Epicurus) से लेकर बैन्थम (Bentham) तक जितने उपयोगितावाद के पोषक हुवे हैं उन में से किसी का भी यह आशय नहीं