पृष्ठ:कला और आधुनिक प्रवृत्तियाँ.djvu/१३७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
१२३
वणनात्मक प्रवृत्ति

कुछ चित्र बनाये हैं। बनारस के महेन्द्रनाथ सिंह का "विह्वल राजकुमारी" तथा "जीवन-यात्रा" उल्लेखनीय हैं। इन्होंने अपनी चित्रकला में वर्णनात्मक शैली को बहुत सुन्दर ढंग से अपनाया है। यामिनी राय के बहुत से चित्र इसी शैली पर आधारित है। बनारस में काशी-शैली के कलाकारों ने भी इसे अपनाया है।