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पृष्ठ:कवि-प्रिया.djvu/३५

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L an t ka R1341 s सवैया १३ गोपिनी प्रचोरि गेलनि, जारिरहे कर त्यो न रहोगी। निलवार शुभा र घा, पाय गमो नस हौ न गहोगी। कंग शुट गर्न लाहिती, मुख्य चूमि नले यहु पै न सहौंगी। स्त्र चूमन रि गोहि, के आपनी धाय मों जाइ कहोगी।।१३।।