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पृष्ठ:कवि-प्रिया.djvu/३५५

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( ३३७ ) द्वितीय धनुषबद्ध NaipalNAGAR hd मान सर्वतोभद्र अथ सर्वतोभद्र श्लोक सीता सी न न सीता सी तार मार रमा रता । सीमा कली लीक मासी नरली न नलीरन ।।६।। २२