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पृष्ठ:कामना.djvu/३५

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कामना
 

सब-हम सब एक हो रहे ।

कामना-हमारे ज्ञान को इतना विस्तार न दे कि हम सब दूर-दूर हो जॉय। हम सबके समीप रहे।

सब-हम सबके समीप रहे ।

कामना-हमारे विचारो को इतना संकुचित न कर दे कि हम अपने ही मे सब कुछ समझ ले । सब मे तेरी सत्ता का भान हो।

सब-सब मे तेरी सत्ता का भान हो । (घुटने टेकते है)

कामना -( उठकर ) हम लोगो मे आन एक नवीन मनुष्य है । वह आप लोगो को पिता का एक संदेश सुनावेगा।

एक वृद्ध-पवित्र पक्षियो के संदेश क्या अब बंद होगे ?

दूसरा-क्या मनुष्य से हम लोग संदेश सुनेंगे?

तीसरा-कभी ऐसा नहीं हुआ।

विलास-शांत होकर सुनिये । पवित्र उपासना- गृह मे मन को एकाग्र करके, विनत्र होकर, संदेश सुनिये । विरोध न कीजिये।

पहला वृद्ध-इस उपद्रव का अर्थ ? विदेशी

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