पृष्ठ:कामना.djvu/५०

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दूसरा अंक

पहला दृश्य

स्थान―जंगल

(विलास, कामना, विनोद और लीला)

लीला―बहुत दूर चले आये। अब हम लोगो को लौटना चाहिये।

विलास―क्यो?

लीला―इधर जानवर बहुत मिलेंगे।

विलास―हाँ, इधर तो द्वीप के निवासी बहुत ही कम आते हैं।

विनोद―हम समझते हैं, अब इस द्वीप के मनुष्यो को और भूमि की आवश्यकता न होगी।

कामना―आवश्यकता तो हो ही गी।

विलास―फिर इतना दुर्गम कांतार अनाक्रांत क्यो छोड़ दिया जाय? सम्भव है, कालांतर में इधर ही बसना पड़े।

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