काम का दिन विशेषाधिकारों को १९५० में केवल रेशम बटने और रेशम लपेटने के विभागों तक ही सीमित कर दिया गया। लेकिन, पूंजी की चूंकि "प्राचावी" छीन ली गयी थी, इसलिये उसके मुमाव के तौर पर ११ वर्ष से १३ वर्ष तक के बच्चों के काम का समय १० घण्टे से बढ़ाकर २०६ घण्टे कर दिया गया। बहाना यह था कि “ रेशमी कपका तैयार करने वाली मिलों में दूसरी तरह का कपड़ा तैयार करने वाली मिलों की अपेक्षा हल्का काम करना पड़ता है, और अन्य दृष्टियों से भी वह स्वास्थ्य के लिये कम हानिकारक होता है। सरकार की तरफ से बाब को गक्टरी जांच-पड़ताल हुई, तो उल्टी बात मालूम हुई। पता चला कि "रेशम के उद्योग वाले इलाकों में प्रोसत मृत्यू-वर अत्यधिक ऊंची है, और वहां की स्त्रियों में तो यह पर लंकाशायर के सूती मिलों के इलाकों की दर से भी ऊंची पहुंच जाती है। फैक्टरी-स्पेक्टर 1"Reports, &c., for 31st Oct., 1861" ("रिपोर्ट, इत्यादि, ३१ अक्तूबर १८६१'), पृ. २६ । 'उप. पु., पृ. २७। मोटे तौर पर जिन मजदूरों पर फैक्टरी-कानून लागू है, उन्होंने शारीरिक दृष्टि से बहुत उन्नति की है। सभी डाक्टर इस बात के साक्षी हैं, और विभिन्न अवसरों पर मैंने व्यक्तिगत रूप से जो कुछ देखा है, उसने भी मुझे इस बात की सचाई का विश्वास दिलाया है। फिर भी, और बच्चों के जीवन के प्रारम्भिक वर्षों में जिस भयानक रफ्तार से उनकी मौतें होती हैं, उसको यदि अलग रखा जाये, तो भी डा. ग्रीनहाऊ की सरकारी रिपोर्टों से पता चलता है कि "सामान्य स्वास्थ्य वाले खेतिहर इलाकों" की तुलना में प्रौद्योगिक इलाकों में स्वास्थ्य की स्थिति बहुत खराब है। इसके प्रमाण के रूप में डा. ग्रीनहाऊ की १८६१ की रिपोर्ट में दी हुई यह तालिका देखिये : फेफड़ों की बीमारी फेफड़ों की बीमारी कारखाने में कारखानों में काम से मरने वाले से मरनेवाली करने वाले वयस्क काम करने | स्त्रियां किस |डिस्ट्रिक्ट का स्त्रियों की संख्या वाली वयस्क तरह का काम -प्रति १ लाख -प्रति १ लाब स्त्रियों की करती है संख्या के पीछे के पीई प्रतिशत संख्या पुरुषों की प्रतिशत पुरुषों की संख्या नाम ५९८ ७०८ ७३४ ५६४ १४.६ ४२.६ ३७.३ ४१.६ ३१.० १४.६ ५४७ ६११ १८.० ३४.६ २०.४ ३०.. २६.० १७.२ १९.३ वाइगन ब्लैकबर्न हैलिफ़ेक्स ब्रेडफोर्ड मैक्लेसफील्ड लीक ट्रेण्ट नदी के तट पर स्थित स्टोक वूल्सटैण्टन सूती सूती ऊनी ऊनी रेशमी रेशमी मिट्टी के ६६१ ८०४ ७०५ ५८८ ७२१ बर्तन ३०.४ १३.६ ७२६ ३०५ ७२७ ३ मिट्टी के बर्तन बेतिहर डिस्ट्रिक्ट
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